गया,25 अक्टूबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। बिहार विधानसभा चुनाव के बीच जीतन राम मांझी की हम पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है. पार्टी के राष्ट्रीय संगठन सचिव प्रो. कौशलेंद्र कुमार और पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. राधेश्याम प्रसाद ने अपनी प्राथमिक सदस्यता और पद से इस्तीफा दे दिया है. इन दोनों नेताओं ने अपनी पूरी कमेटी के साथ यह कदम उठाया है, जो पार्टी के लिए एक गंभीर चुनौती साबित हो सकता है.
हम पार्टी के इन दो प्रमुख नेताओं ने लंबे समय से जीतन राम मांझी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर पार्टी को मजबूत करने का काम किया था. प्रो. कौशलेंद्र कुमार राष्ट्रीय स्तर पर संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाते रहे हैं, जबकि प्रो. राधेश्याम प्रसाद पिछड़े वर्गों के बीच पार्टी की पैठ बढ़ाने के लिए जाना जाते हैं. इनके इस्तीफे से पार्टी का संगठनात्मक ढांचा कमजोर पड़ सकता है.
दोनों नेताओं ने कहा है कि वे पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा के बावजूद अब आगे नहीं चल पा रहे, क्योंकि नेतृत्व की नीतियां उनके मूल्यों से मेल नहीं खा रही. यह कदम न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामूहिक विद्रोह का रूप ले चुका है, जो पार्टी के अन्य सदस्यों को भी प्रभावित कर सकता है.
इस्तीफे के पीछे सबसे बड़ा कारण बिहार विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर लगाए गए गंभीर आरोप हैं. प्रो. कौशलेंद्र कुमार और प्रो. राधेश्याम प्रसाद ने जीतन राम मांझी और उनके पुत्र संतोष कुमार सुमन पर धनबल के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. उन्होंने दावा किया कि टिकट वितरण में पैसों का खेल हुआ, जिससे मेहनती कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर दिया गया.
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