शहर के जलाशय गर्मी के तेवर बढ़े तो जून में खाली हो जाएंगे

इंदौर,02 मई (आरएनएस)।गर्मी के तेवर बढ़े तो जून में खाली हो जाएंगे शहर के जलाशय.  शहर के तालाबों में फिलहाल पानी की मात्रा संतोषजनक है। तीन बड़े तालाबों में इस समय क्षमता का 50 प्रतिशत से अधिक पानी है। इससे इस क्षेत्र में पानी की कमी महसूस नहीं हो रही है। निगम ने बोरिंग सूखने के कारण 289 पानी के टैंकर लगा लिए हैं लेकिन तालाबों के आस-पास की कालोनियों में पानी के टैंकरों की जरूरत नहीं पड़ रही है।

पर्यावरणविद ओपी जोशी ने बताया कि वर्तमान में 50 प्रतिशत से अधिक पानी है जो पूरे जून तक इस्तेमाल हो सकता है बशर्ते गर्मी के तेवर कड़े न हों। गर्मी का मिजाज बढ़ा तो जून में तालाब रीते हो जाएंगे। 20 मई के बाद भी तापमान 40 डिग्री या इसके अंदर रहता है तो भी शहर के तालाब नहीं सूखेंगे। पारा 44 तक बना रहता है तो फिर शहर के तालाबों में पानी कम हो सकता है। बड़ी बिलवाली, छोटा सिरपुर, पिपलियापाला और याशवंत सागर में पानी मात्रा अच्छी खासी बनी हुई है।

शहर में इस समय पानी बचाने, जल पुनर्धरण और उपचारित पानी के उपयोग को लेकर काम किया जा रहा है ताकि इंदौर को जीरो वाटर सिटी बनाने से रोका जा सके। इसके लिए वार्ड 80 में नन्हें बच्चों ने पेंटिंग और रैली निकालकर पानी बचाने और जल है तो कल है का संदेश दिया। इस अवसर पर वार्ड के 100 प्रतिशत घरों में वाटर रिचार्जिंग करने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग की तिथियां बताई गई। शहर के तालाबों को संरक्षित करने के लिए नगर निगम ने लिम्बोदी तालाब की जल ग्रहण क्षमता बढ़ाने का निर्णय लिया है। निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने कहा कि राला मंडल की पहाड़ी पर बारिश के जल को सहेजा जाएगा। राला मंडल पहाड़ी के आसपास कई नालों और तालाबों का चैनल है जिससे बारिश का पानी नालों और नदियों में जाता है। इसलिए अब रालामंडल पहाड़ी के तालाब में खुदाई कर जल ग्रहण क्षमता बढ़ाई जा रही है। इस तालाब की चैनल दब चुकी है उसको खोला जाएगा। चोरल नदी को पुनर्जीवित करने वाले पर्यावरण एवं भूजल विशेषज्ञ सुरेश एमजी ने बताया कि शहर के कई नालों, तालाबों और नदियों की चैनल लिम्बोदनी तालाब से जुड़ी हुई है। लिम्बोदी तालाब में पानी पहुंचेगा तो शहर के अन्य तालाबों में पानी छोटा बिलावली, बड़ा बिलावली के साथ पिपलियापाला तालाब में पानी आता है अगर लिम्बोदी तालाब की जल ग्रहण क्षमता बढ़ाई जाती है तो अन्य तालाबों में भी पानी अधिक समय तक रह सकेगा।वर्तमान में इस तालाब की गहराई 16 फिट है और यह पूरी तरह खाली है। आयुक्त ने कहा कि इस तालाब में सालभर पानी रहे ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए।

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