Greater Noida Teacher beat up class 5 student with a stick, died

ग्रेटर नोएडा 10 Oct. (Rns/FJ): ग्रेटर नोएडा के एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक ने कुछ छात्रों की पिटाई कर दी। इसके बाद एक छात्र की तबीतय बिगड़ गई। छात्र की हालत बिगड़ने के बाद उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया था। रविवार देर शाम छात्र की मौत हो गई। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने मामले में आरोपी शिक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और फरार चल रहे शिक्षक की तलाश की जा रही है।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बादलपुर थाना क्षेत्र के बंबावड़-महावड़ मार्ग पर कैप्टन सांवलिया पब्लिक स्कूल है। इस स्कूल में देव उर्फ मांगेराम का बड़ा बेटा प्रिंस (12) पढ़ता था। वह कक्षा पांचवी में पढ़ता था। बृहस्पतिवार को शिक्षक सोरेन उर्फ वरुण ने टेस्ट लेने के लिए विषय याद करने को कहा था। शुक्रवार को छात्रों का टेस्ट लिया गया। इस दौरान प्रिंस कुछ सवालों के जवाब नहीं दे पाया। जिससे नाराज होकर अध्यापक ने प्रिंस की डंडे से बेरहमी से पिटाई कर दी। प्रिंस के सिर और पीठ पर प्रहार किए गए।

इसके बाद प्रिंस बेहोश हो गया। जिसके बाद उसे दादरी के नवीन अस्पताल में भर्ती किया गया। वहां से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। इसके बाद छात्र को दिल्ली में लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान बताया कि सिर पर प्रहार होने की वजह से तीन नसें फट गई हैं। इसके बाद रविवार देर शाम को प्रिंस को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर अध्यापक के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है और फरार शिक्षक की तलाश की जा रही है।

****************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *