भोपाल,०२ अक्टूबर (एजेंसी)। राजनीति में नेताओं के अजब-गजब किस्से हैं। कुछ तो ऐसे कि सुनने वाला अपना माथा पकड़ ले। ऐसा ही एक पजामे की जिद का वाक्या है। सीएम की नींद और पजामे की जिद को पूरा करने के लिए सरकारी विमान १६०० किमी की उड़ान भरकर भोपाल आया और फिर वापस श्रीनगर लौटा था। रात नौ बजे सीएम का पजामा दिया तब उन्हें नींद आई। ये हैरान करने वाला मशहूर किस्सा है मप्र के मुख्यमंत्री रहे प्रकाशचंद्र सेठी का।
बात तब की है जब कांग्रेस नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद की शादी थी। गुलाम नबी की शादी में मुख्यमंत्री सेठी सरकारी विमान से श्रीनगर पहुंचे थे। उन्हें शादी अटैंड करने के बाद रात में ही भोपाल लौटना था लेकिन कुछ कारण से उन्होंने रात वहीं रुकना तय किया। तब तय हो गया कि रात श्रीनगर में हीरुकेंगे तो याद आया किवे पजामा लाना तो भूल गए ही गए और बिना पजामा उन्हें नींद नहीं आती थी। स्टाफ को पता चला तो वह भी हैरान ताबड़तोड़ सरकारी विमान ने भोपाल के लिए उड़ान भरी और पजामा लेकर श्रीनगर पहुंचा और सेठी को नींद आई।
प्रकाशचंद्र सेठी जब मुख्यमंत्री थे तब बुंदेलखंड के कई इलाकों में डाकुओं का आतंक था। डाकुओं के आतंक को खत्म करने के लिए एक दिन सेठी ने अधिकारियों की बैठक बुलाई। बैठक में उन्होंने एक ऐसी बात बोली की चारों और सन्नाटा पसर गया। सेठी अपनी बात पर अडिग रहे और दिल्ली पहुंचकर रक्षामंत्री के पास पहुंचे और परमीशन ली। यह खबर अखबारों में छपी तो डकैतों में खलबली मच गई। कुछ डकैतों ने तो घबराकर सरेंडर की बात कही। करीब ४५० से अधिक डकैतों ने आत्म समर्पण कर दिया था। सेठी का जन्म झालरापाटन में हुआ था। वे मप्र केे दो बार मुख्यमंत्री बने। २१ फरवरी १९९६ में उनका निधन हो गया।
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