कोलकाता 24 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को है। महाराष्ट्र सहित देश भर में लोग धूमधाम से गणेश पूजा का आयोजन करेंगे। अगर बात बंगाल की करे तो महानगर कोलकाता में भी गणेश पूजा भी सार्वजनिक रूप से मनाया जाने लगा है।
इसी क्रम में महानगर कोलकाता में अब गणेश पूजा आयोजन की धूम देखी जा सकती है। कुम्हारटोली, कालीघाट सहित महानगर कोलकाता के प्रतिमा निर्माण करने वाले कलाकारों का कहना है कि पिछले कुछ समय से जिस तरह से राज्य भर में गणेश पूजा का चलन तेजी से बढ़ा है वह काफी संतोष दायक है।
प्रतिमा बेचने वालों ने बताया कि, गणेश प्रतिमाओं के आर्डर से लग रहा है कि आने वाले समय में विश्वकर्मा प्रतिमाओं के मुकाबले गणेश प्रतिमा थोक में बनेंगे। ऐसे में हो सकता है कि आने वाले दिनों में महानगर कोलकाता गणेश पूजा के मामले में महाराष्ट्र के एकाधिकार के लिये कही चुनौती नहीं बन जाय।
प्रतिमा निर्माण करने वाले अशोक सेपाली का कहना है कि गणेश प्रतिमाओं की मांग गजब तौर पर बढ़ी है। मामले पर के. राजू ने कहा कि अब महानगर में गणेश पूजा किसी खास समुदाय में सीमा बद्ध नहीं है बरन आने वाले समय में यहां का आयोजन महाराष्ट्र के लिये चुनौती बन सकता है।
जानकारी की माने तो महानगर कोलकाता में कम से कम 750 से अधिक महाराष्ट्रीयन परिवार हैं जो गणपति की पूजा करेंगे ही। महानगर कोलकाता के बड़ा बाजार, गार्डेनरीच, मटियाबुर्ज, मोमिनपुर, न्यू अलीपुर, साल्टलेक, उल्टाडांगा, बिराटी, हावड़ा, भवानीपुर, दमदम आदि इलाकों में विभिन्न पूजा कमेटियों द्वारा इस साल गणपति पूजा का आयोजन धूमधाम से किया जाएगा।
माना जाता है कि महानगर कोलकाता में उल्लेखनीय स्तर पर लगभग 2000 पूजा कमेटियों द्वारा गणपति पूजा का आयोजन किया जाता है। ऐसे में गणेश चतुर्थी मनाने के लिए कोलकाता के कई पंडालों, गलियों और इमारतों को भव्य सजावट और रोशनी से सजाया गया है।
यह अलग बात है कि, दुर्गा पूजा को लेकर अक्सर कोलकाता से जोड़ा जाता है, लेकिन हाल के वर्षों में गणेश चतुर्थी ने महानगर कोलकाता के उत्सवों पर गहरा प्रभाव डाला है। हजारों भक्तों और पर्यटकों के साथ, आज कोलकाता के गणपति पंडाल अपनी भव्यता और नवीनता के मामले में अपनी पहचान बना रहे है।
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