Former Gujarat Chief Minister Shankar Singh Vaghela's son Mahendra Singh joins Congress

अहमदाबाद ,28 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला के पुत्र महेंद्र सिंह वाघेला राज्य विधानसभा चुनाव से पहले शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने यहां पार्टी मुख्यालय में 58 वर्षीय पूर्व विधायक का स्वागत किया। महेंद्र सिंह वाघेला ऐसे समय में कांग्रेस में शामिल हुए हैं जब गुजरात में दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।

उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह बिना किसी अपेक्षा के कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं और अगर पार्टी चाहेगी तो वह चुनाव लड़ेंगे। उत्तर गुजरात में बायद से 2012 से 2017 तक कांग्रेस विधायक रहे महेंद्र सिंह ने विधानसभा चुनावों से कुछ महीने पहले अगस्त 2017 में पार्टी छोड़ दी थी और बाद में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे।

उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व यह तय करेगा कि मैं चुनाव लडूंगा या नहीं। मैं बिना किसी अपेक्षा के कांग्रेस में शामिल हुआ हूं। मैंने भाजपा में शामिल होने के तुरंत बाद उसे छोड़ दिया था क्योंकि मैं सहज नहीं था और यही वजह है कि मैं उनके किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ था। महेंद्र सिंह अपने पिता शंकर सिंह समेत कांग्रेस के उन आठ विधायकों में से एक हैं जिन्होंने अगस्त 2017 में भाजपा के एक उम्मीदवार के पक्ष में राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी और बाद में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।

हालांकि, इसके बावजूद कांग्रेस उम्मीदवार दिवंगत अहमद पटेल ने भाजपा के बलवंत सिंह राजपूत को हरा दिया था। गौरतलब है कि महेंद्र सिंह ने 2017 का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था।

महेंद्र सिंह जुलाई 2018 में सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हुए और उन्होंने महज तीन महीने बाद अक्टूबर में इस्तीफा दे दिया था।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *