देहरादून ,01 नवंबर (एजेंसी)। उत्तराखंड में 200 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा को सौंप दी है। कंपनी पर आरोप है कि 2017 से 2020 तक कंपनी में 200 करोड़ से अधिक रुपये एफडी के रूप में जमा किये गये थे। साथ ही यह भी सामने आया है कि जिन के नाम से खाते खुले थे, उनमें से कई लोग मर चुके हैं।
पूर्व सीएम के सलाहकार पत्नी थी कंपनी की डायरेक्टर
पुलिस ने सोशल म्यूचुअल बेनिफिट निधि लिमिटेड नाम की कंपनी पर मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर जांच के आदेश दिये हैं। कंपनी पर आरोप है कि कंपनी ने 2017 से 2020 के बीच फर्जी तरीके से 40 से 50 हजार लोगों के नाम पर आरडी-एफडी में रुपया जमा कर काले धन को वैध किया। बताया जा रहा है कि 2017 से 2020 तक पूर्व सीएम के सलाहकार की पत्नी इस कंपनी की डायरेक्टर थी।
खानपुर विधायक उमेश कुमार ने की थी शासन से शिकायत
खानपुर विधायक उमेश कुमार का कहना है कि उन्होंने ही इसकी शिकायत शासन से की थी। इस कंपनी में 200 करोड़ से अधिक रुपये एफडी के तौर पर जमा किये गये हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इन खातों की जब पड़ताल की गई तो उसमें कई नाम ऐसे सामने आये जो अब मर चुके हैं। और कुछ लोगों को तो यह जानकारी ही नहीं है कि उनके नाम की एफडी यहां चल रही है। वहीं उमेश कुमार का कहना है कि जब उन्होंने ये मामला पहले उठाया था तो तब पूर्व सीएम के सलाहकार ने अपनी पत्नी को कंपनी से इस्तीफा दिलवाया था।
आर्थिक अपराध शाखा को सौंपी जांच- मनी लांड्रिंग केस की बात सामने आने पर पुलिस मुख्यालय ने इसकी जांच अब आर्थिक अपराध शाखा को सौंप दी है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने पत्र जारी कर ईओडब्ल्यू को जल्द जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिये हैं। बताया जा रहा है। कि पहले इस की जांच सीबीसीआईडी के निर्देश दिये गये थे।
********************************