Former BJP MP Prabhat Singh Chauhan joins Congress

खेड़ा (गुजरात) 02 Nov. (एजेंसी) । गुजरात के पंचमहल निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के पूर्व सांसद प्रभातसिंह चौहान पार्टी के महासचिव मोहन प्रकाश और राज्य के अन्य नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए। खेड़ा जिले के फागवेल से परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाने से पहले वह पार्टी में शामिल हुए थे।

पंचमहल जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजीतसिंह डाभी ने उम्मीद जताई कि चौहान के पार्टी में आने से कांग्रेस को कलोल विधानसभा सीट फिर से हासिल करने में मदद मिलेगी, जिसे वह 1995 से भाजपा से हार रही है।

चौहान की इलाके में क्षत्रिय जाति पर बहुत अच्छी पकड़ है और गोधरा विधानसभा क्षेत्र के कुछ इलाकों में भी उनका प्रभाव है।

डाभी ने कहा, “उनके दोबारा प्रवेश से पार्टी को पंचमहल जिले में खोई जमीन जीतने में मदद मिलेगी।”

कभी कांग्रेस सदस्य रहे प्रभातसिंह चौहान 1980 और 1985 में कांग्रेस के चुनाव चिह्न् पर राज्य विधानसभा के लिए चुने गए थे। वह 1995 में भाजपा में शामिल हो गए और 1995, 1998 और 2002 में कलोल निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए।

वह 2009 और 2014 में पंचमहल निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा सांसद बने।

उन्हें 2017 से ही भाजपा से नाखुश बताया जा रहा है, क्योंकि पार्टी ने उनकी इच्छा के विरुद्ध उनकी बहू सुमन को कलोल सीट से नामित किया था।

एक सूत्र ने कहा, “वह भाजपा में असहज महसूस कर रहे थे, इसलिए कांग्रेस खेमे में लौट आए हैं।”

***************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *