Film Bazaar confluence of creativity, business, ideas and inspirations Anurag Thakur

पणजी 21 Nov, (एजेंसी)-केन्‍द्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज गोवा के मैरियट रिजॉर्ट में दक्षिण एशिया के सबसे बड़े फिल्म बाजार का उद्घाटन करते हुए कहा कि फिल्म बाजार, जानकारी के हलचल भरे बाजार की तरह, दुनिया भर के फिल्म निर्माताओं, प्रोड्यूसरों और कहानीकारों के लिए एक स्वर्ग है। उन्होंने कहा, यह सृजनात्मकता और व्‍यापार, विचारों और प्रेरणाओं का संगम है जो इस फलते-फूलते सिनेमाई बाजार के आधार का निर्माण करता है।

इस अवसर पर, अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग को 20 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर के साथ दुनिया में पांचवां सबसे बड़ा और विश्‍वव्‍यापी उद्योग माना जाता है। सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा, अपने 17वें वर्ष में, फिल्म बाजार आईएफएफआई का एक अपरिहार्य आधार बन गया है, जो सीमाओं से आगे बढ़कर एशिया के सबसे बड़े फिल्म बाजारों में से एक बन चुका है।

केन्‍द्रीय मंत्री ने कहा कि इस वर्ष, फिल्म बाजार के लिए फिल्मों का चयन फिक्शन, डॉक्यू-शॉर्ट्स, डॉक्यूमेंट्रीज, हॉरर फिल्मों और यहां तक कि एक एनीमेटेड फिल्मों के काल्‍पनिक कथानक के विविध मिश्रण को दर्शाता है जो प्रवासी, पितृसत्ता, शहरी चिंता, अत्यधिक गरीबी, जलवायु संकट, राष्ट्रवाद, खेल और फिटनेस से जुड़े सार्वभौमिक विषयों से संबंधित है।

सूचना और प्रसारण मंत्री ने को-प्रोड्क्‍शन बाजार के बारे में बात करते हुए कहा, “हम को-प्रोड्क्‍शन बाजार में गर्व से 7 देशों के बारह वृत्तचित्र प्रस्तुत कर रहे हैं, जो 17 अलग-अलग भाषाओं में जीवन की खोज करते हैं। यह फिल्म निर्माताओं के लैंस से खूबसूरती और प्रेम की एक यात्रा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि वीडियो लाइब्रेरी प्लेटफॉर्म, फिल्‍म देखने के स्‍थान में 190 सबमिशन दिखाए गए हैं, जिनमें से कुछ सबमिशन को फिल्म बाजार अनुशंसा (एफबीआर) के लिए चुना जाएगा। सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा, “वर्क-इन-प्रोग्रेस लैब वह जगह है जहां फिल्म निर्माता अपने काम की असली सुंदरता दिखा रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में परियोजनाओं की संख्या दोगुनी करते हुए, हमारे पास इस वर्ष अनावरण के लिए 10 परियोजनाएं तैयार हैं।”

ठाकुर ने यह भी घोषणा की कि नवाचार को बढ़ावा देने और व्यापार करने में आसानी के लिए प्रधानमंत्री के आह्वान के अनुरूप, एक रोमांचक नया घटक, “बुक टू बॉक्स ऑफिस” जोड़ा गया है, जो किताबों से स्‍क्रीन तक बिना किसी बाधा के 59 सबमिशन प्रदर्शित करेगा। समारोह के अलावा, मंत्री ने गूगल आर्ट्स एंड कल्‍चर हिन्‍दी प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया, जो एक ऑनलाइन केन्‍द्र है जिसमें हिंदी फिल्मों के चित्र और लघु वीडियो हैं।

54वें आईएफएफआई में फिल्म बाजार में प्रदर्शित होने के लिए विभिन्न शैलियों की 10 अनुशंसित फिल्मों में डॉक्यूमेंट्री, हॉरर, जलवायु संकट, फिक्शन आदि शामिल हैं। फिल्में अंग्रेजी, हिंदी, बंगाली, मारवाड़ी, कन्नड़ और माओरी (न्यूजीलैंड की भाषा) में हैं। इस वर्ष, फिल्म बाज़ार में एक नया क्यूरेटेड “वीएफएक्स एंड टेक पवेलियन” है, जिसका उद्देश्य फिल्म निर्माताओं को नवीनतम नवाचारों से अवगत कराना है, ताकि वे न केवल “शॉट लेने” के पारंपरिक तरीके से कथानक कहने की संभावनाओं का पता लगा सकें, बल्कि ” शॉट भी बना” सकें।

फिल्म बाज़ार भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, जर्मनी, फ्रांस, पोलैंड, लक्ज़मबर्ग और इज़राइल के को-प्रोडक्‍शन बाजार परियोजनाओं के विभिन्‍न हिस्‍सों के आधिकारिक चयन को प्रदर्शित करता है। चयनित फिल्म निर्माता ओपन पिच पर अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय निर्माताओं, वितरकों, फेस्टिवल प्रोग्रामर्स, फाइनेंसरों और बिक्री एजेंटों के सामने अपनी परियोजनाएं पेश करेंगे। राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) द्वारा शुरू किया गया, फिल्म बाजार दक्षिण एशिया के सबसे बड़े फिल्म बाजार के रूप में विकसित हुआ है, जो स्थानीय फिल्म निर्माताओं को वैश्विक निर्माताओं और वितरकों से जोड़ता है।

*******************************

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *