लखनऊ 29 मार्च (एजेंसी)। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि जबसे भाजपा सरकार बनी है प्रदेश में किसानों को लगातार अपमानित और प्रताडि़त किया जा रहा है। उन्हें धोखा पर धोखा दिया जा रहा है।
ओलावृष्टि और असमय बरसात से किसानों की फसलों को भारी क्षति हुई, किन्तु किसानों को राहत देने से भाजपा सरकार लगातार मुंह चुराती नजर आई हैं।
कर्ज, महंगाई और उपेक्षा से परेशान कई किसानों ने आत्महत्या तक कर ली है।बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से प्रत्येक किसान का नुकसान लाखों में हुआ। भाजपा सरकार केवल दो से तीन हजार मुआवजा देकर उनके जख्मों पर नमक डालने का काम कर रही है।
यह किसानों का अपमान नहीं तो क्या है? भाजपा सरकार औद्यानिक फसलों पर कोई मुआवजा नहीं दे रही है।
बुन्देलखंड में ओलावृष्टि से फसल खराब होने पर 12 दिनों में 5 किसानों की जानें चली गई। तीन किसानों ने आत्महत्या कर ली जबकि दो किसानों को दिल का दौरा पड़ गया।भाजपा सरकार किसानों के हित साधन के बजाय पूंजीघरानों के प्रति सहानुभूति रखती है।
भाजपा सरकार की ‘फसल बीमा योजना’ धोखा साबित हो रही है। इस फसल बीमा योजना से किसान को नहीं सिर्फ बीमा कंपनियों को फायदा हो रहा है।
किसानों के हिस्से की रकम भाजपा सरकार निजी बीमा कंपनियों को बीमा के नाम पर दे रही है। मुआवजा एवं क्लेम के नाम पर बीमा कंपनियां किसानों को क्लेम देने में आनाकानी कर रही है। सच तो यह है कि भाजपा सरकार के किसी भी वादे पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। गन्ना किसान हो या आलू किसान सब परेशान है।
फसलों पर एमएसपी नहीं मिल रही है। किसान की आय दोगुनी करने का वादा जुमला निकला। किसान अन्नदाता है। भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि का बड़ा योगदान है पर भाजपा सरकार किसान की जमीन छीन रही है, उसे कर्जदार बना रही है। किसानों की फसलों तथा खेत पर बहुराष्ट्रीय कम्पनियों का वर्चस्व कायम करने की साजिश कर रही है।
*****************************