Deployment of ex-servicemen to stop ragging in JU, 26 CCTV cameras will be installed

कोलकाता ,27 अगस्त (एजेंसी)। जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रावास में रैगिंग के कारण हुई मौतों के मद्देनजर, विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने परिसर में 26 सीसीटीवी कैमरे लगाने और इसकी पुनरावृत्ति को रोकने के लिए आउटसोर्स सुरक्षा गार्डों की जगह पूर्व सैनिकों को तैनात करने का फैसला किया है।

जेयू के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, परिसर के सभी प्रवेश द्वारों और छात्रों के छात्रावास के प्रवेश बिंदु सहित परिसर के विभिन्न कोनों पर 26 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित जेयू में 10 अगस्त को एक नये छात्र का शव मिला था।

सभी सीसीटीवी कैमरे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस होंगे और नेटवर्क से जुड़े होंगे जो किसी दुर्घटना की रिपोर्ट करने से पहले सभी संभावित त्रुटियों को ध्यान में रखता है और झूठे अलार्म की दर को कम करता है। ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग सुविधा वाले 26 सीसीटीवी कैमरे लगाने की अनुमानित लागत लगभग 38 लाख रुपये होगी।

विश्वविद्यालय मौजूदा आउटसोर्स गार्डों की जगह पूर्व सैनिकों की तैनाती करेगा, जिसके लिए निदेशालय पुनर्वास क्षेत्र (पूर्व) को पहले ही मांग भेजी जा चुकी है।

जेयू के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि कुल 30 पूर्व सैनिकों को इस उद्देश्य के लिए प्रतिनियुक्त किया जाएगा और उनका काम मुख्य रूप से विश्वविद्यालय परिसर के भीतर निर्धारित कार्य घंटों की समाप्ति के बाद परिसर के भीतर गहन गश्त करना होगा। इस मद में वार्षिक अनुमानित लागत लगभग तीन करोड़ रुपये होगी।

जेयू के अंदरूनी सूत्रों ने स्वीकार किया कि सुरक्षा उद्देश्यों के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने या पूर्व सैनिकों की तैनाती को लेकर विश्वविद्यालय के छात्रों के एक वर्ग के बीच अभी भी आपत्ति है।

वे यह समझने में असफल हो रहे हैं कि यदि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा उल्लिखित रैगिंग विरोधी दिशानिर्देशों को अभी भी लागू नहीं किया गया है, तो भविष्य में विश्वविद्यालय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जो अंतत: छात्रों के करियर में बाधा डाल सकता है।

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