कोलकाता ,06 जनवरी (एजेंसी)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अधिकारियों पर हमले के पीछे का मास्टरमाइंड टीएमसी नेता सहजहान शेख को माना जा रहा है। अब ईडी ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए टीएमसी नेता सहजहान के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को इस बात के पुख्ता सुराग मिले हैं कि एजेंसी की टीम पर हमले के पीछे मुख्य मास्टरमाइंड तृणमूल कांग्रेस नेता शेख सजहान ही था, जब वे उत्तर 24 परगना जिले में उनके आवास पर छापेमारी कर रहे थे। सूत्रों ने कहा कि पश्चिम बंगाल में विभिन्न वित्तीय घोटालों के आरोपियों के लिए भारी कानूनी खर्चों को शेख सजहान ही वहन करता रहा है।
हालाकि सजहान शुरू में पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के प्रमुख विश्वासपात्र था, जिन्हें राशन वितरण घोटाले में गिरफ्तार किया गया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, वह आरोपियों की ओर से भारी कानूनी खर्चों को वहन करने के लिए धन का प्रमुख स्रोत बन गया।
धन के प्रमुख स्रोत के रूप में उसका महत्व मुख्य रूप से राज्य में करोड़ों रुपये के मवेशी तस्करी मामले में 22 अगस्त, 2023 को सीबीआई द्वारा तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता अणुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद बढ़ गया। ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि सजहान मंडल की गिरफ्तारी के शुरुआती दिनों के बाद उसके कानूनी खर्चों की गुप्त फंडिंग के लिए जिम्मेदार था।
राशन वितरण डीलर होने के अलावा, सजहान को उत्तर 24 परगना में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के काफी करीब, संदेशखाली क्षेत्र में अधिकांश मछलीपालन फार्मों के प्रमुख संचालक के रूप में भी जाना जाता है। ईडी के अनुसार, इलाके में फैले ईंट-भ_ों के लिए कोयला आपूर्ति के व्यवसाय से भी उसका संबंध है।
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