*राजस्थान में हर साल होंगे ग्रामीण खेल*
जयपुर 30 Aug. (Rns/FJ) । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक-2022 के उद्घाटन के अवसर पर राज्य में खेलों का माहौल बनाने व खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए शहरी ओलंपिक खेल के आयोजन की महत्वाकांक्षी घोषणा की। साथ ही उन्होंने ग्रामीण ओलंपिक खेलों को हर वर्ष आयोजित करने की भी घोषणा की, ताकि ग्रामीण अंचल में खेलों के प्रति रूचि बनी रहे। राजस्थान में खेलों के महाकुंभ के रूप में राष्ट्रीय खेल दिवस पर पहली बार आयोजित राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक-2022 का राज्यस्तरीय शुभारंभ जोधपुर से हुआ।
मुख्यमंत्री ने सोमवार को लूणी पंचायत समिति अन्तर्गत पाल गांव के पशु मेला मैदान में आयोजित भव्य समारोह में इन खेलों का उद्घाटन किया। गहलोत ने खेल ध्वजारोहण किया और मार्च पास्ट की सलामी लेकर वहां उपस्थित जन समूह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक का प्रदेशव्यापी आयोजन अभूतपूर्व है। आज का दिन राजस्थान के लिए ऎतिहासिक है। खेलों के इस महाकुंभ में हर आयु और वर्ग का व्यक्ति अपनी खेल प्रतिभा से रूबरू करा रहा है।
इस दौरान राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल-2022 की मशाल मुख्यमंत्री द्वारा खिलाड़ियों को सौंपी गई।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा ‘खेलेगा राजस्थान, जीतेगा राजस्थान’ का लक्ष्य आज पूरा होता दिख रहा है। यहाँ न कोई हार है, न कोई जीत। उन्होंने विश्वास जताया कि राजस्थान का यह अनूठा प्रयोग कामयाबी का इतिहास रचेगा और इसके माध्यम से प्रदेश से वैश्विक स्तर की खेल प्रतिभाएं निखरकर प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगी।
ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को तलाशकर उन्हें प्रादेशिक, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं के लिए तैयार करना ही हमारा उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि खेलों के माध्यम से स्वास्थ्य व व्यक्तित्व के साथ ही मानवीय गुणों का भी विकास होता है जिससे सामाजिक विकास और कल्याण को नई दिशा प्राप्त होती है।
गहलोत ने प्रदेश में खेलों के विकास और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों की तर्ज पर शहरी क्षेत्रों में नगर निकायों की सहभागिता तय करते हुए शहरी ओलंपिक खेलों के आयोजन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब ग्रामीण ओलंपिक भी हर साल होंगे ताकि लोगों में खेल भावना एवं अभ्यास का दौर निरन्तर बना रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन खेलों से उभरने वाली प्रतिभाएं आगे चलकर ओलंपिक और कॉमनवैल्थ में बेहतर प्रदर्शन कर देश और प्रदेश का नाम रोशन करेंगी। इन खेलों से खेल भावनाओं का विकास होगा, जिससे आपसी प्रेम, भाईचारा, सद्भावना और पारस्परिक विकास की सौहार्द्रपूर्ण सोच विकसित होगी। इन खेलों का उद्देश्य समाज और क्षेत्र में खेल भावना का संचार करना है।
उन्होंने कहा कि इन खेलों में प्रदेश की कुल 11 हजार 285 ग्राम पंचायतों में एक साथ लगभग 29 लाख 80 हजार खिलाड़ियों ने छह खेलों के लिए पंजीकरण कराया है। इनकी 2 लाख 21 हजार 55 टीमें बनी हैं जिनमें 20 लाख 37 हजार पुरुष तथा 10 लाख महिला खिलाड़ी शामिल हैं। इनमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं।
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