Car horns will no longer bother you

नितिन गडकरी ला रहे नया कानून

नई दिल्ली ,22 अपै्रल(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। सड़क पर ट्रैफिक के कर्कश हॉर्न से परेशान लोगों के लिए जल्द ही राहत भरी खबर आ सकती है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी वाहनों के हॉर्न की आवाज को बदलने के लिए एक नया कानून लाने की योजना बना रहे हैं। इस कानून के तहत गाडिय़ों के हॉर्न में भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की मधुर ध्वनि का इस्तेमाल किया जाएगा।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में एक कार्यक्रम में इस योजना का खुलासा करते हुए कहा कि उनका मानना है कि गाडिय़ों के हॉर्न की तेज और अप्रिय आवाज ध्वनि प्रदूषण बढ़ाती है, जिससे लोगों को परेशानी होती है। इसके बजाय, यदि हॉर्न में बांसुरी, तबला, वायलिन या हारमोनियम जैसे भारतीय वाद्ययंत्रों की आवाज का उपयोग किया जाए, तो यह सुनना सुखद होगा और शोर कम होगा।

गडकरी ने परिवहन क्षेत्र से होने वाले वायु प्रदूषण पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि देश में लगभग 40 प्रतिशत वायु प्रदूषण परिवहन के कारण होता है। इस समस्या से निपटने के लिए सरकार मेथनॉल और इथेनॉल जैसे हरित ईंधनों के उपयोग को बढ़ावा दे रही है।
उन्होंने भारतीय वाहन उद्योग की प्रगति पर भी प्रकाश डाला।

गडकरी ने बताया कि 2014 में भारतीय वाहन क्षेत्र का कारोबार 14 लाख करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 22 लाख करोड़ रुपये हो गया है। भारत अब जापान को पीछे छोड़कर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा वाहन बाजार बन गया है। इस सूची में अब केवल अमेरिका और चीन ही भारत से आगे हैं। भारत दोपहिया वाहनों और कारों का निर्यात कर महत्वपूर्ण राजस्व भी अर्जित कर रहा है।

केंद्रीय मंत्री की यह पहल ध्वनि प्रदूषण को कम करने और सड़कों पर एक सुखद अनुभव बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

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