Birth of daughters will be celebrated with festivities in Haryana

सरकार कराएगी गोद भराई और कुआं पूजन

चंडीगढ़ ,19 जुलाई (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। हमारे समाज में बेटियों के जन्म को लेकर अब भी कई क्षेत्रों में भ्रांतियां और पुरानी सोचें मौजूद हैं, हालांकि कई सुधारों के बावजूद इस दिशा में खास बदलाव नहीं आ पाए।

इसी को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने एक नई पहल शुरू की है, जिसका उद्देश्य बेटियों के जन्म को लेकर समाज की सोच बदलना है और लिंगानुपात में सुधार लाना है।

हरियाणा में अब बेटियों के जन्म को एक जश्न के रूप में मनाया जाएगा। जी हां, अब लड़की के जन्म पर गोद भराई और कुआं पूजन जैसे पारंपरिक आयोजनों के माध्यम से उनके स्वागत की शुरुआत होगी। यह आयोजन प्रदेश के उन गांवों में खासतौर पर होगा जहां लिंगानुपात में भारी असंतुलन है।

प्रदेश में लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए तमाम प्रयास किए गए हैं, लेकिन अब भी इस मामले में सुधार कम देखने को मिला है।

इसी को ध्यान में रखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह बेटियों के जन्म पर सार्वजनिक रूप से उत्सव मनाने के लिए अभियान चलाएं। इस पहल के तहत सरकार ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि जहां लड़कियों की संख्या कम है, वहां इस तरह के उत्सवों का आयोजन किया जाए।

इस अभियान का एक अन्य महत्वपूर्ण हिस्सा यह है कि सरकार ने 481 गांवों की पहचान की है, जहां लिंगानुपात में भारी असंतुलन है। इन गांवों में एक हजार लड़कों के मुकाबले सिर्फ 700 या उससे कम लड़कियां हैं। कई प्रयासों के बावजूद भी इन गांवों में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया।

अब सरकार ने यह फैसला लिया है कि अगर इन गांवों में लिंगानुपात में सुधार नहीं होता है, तो इन गांवों के नाम सार्वजनिक किए जाएंगे और उनका पर्दाफाश किया जाएगा। इससे उन गांवों में शर्मिंदगी पैदा होगी और शायद यह कदम उन्हें जागरूक करने में मदद करेगा।

हरियाणा सरकार का मुख्य उद्देश्य यह है कि समाज में बेटियों के महत्व को पहचाना जाए और हर लड़की के जन्म को एक उत्सव की तरह मनाया जाए।

इस पहल के जरिए ना केवल लिंगानुपात में सुधार किया जाएगा, बल्कि यह समाज के पुराने रूढि़वादी विचारों को चुनौती देने का एक प्रयास भी है।

सरकार का मानना है कि जब तक हम अपनी बेटियों को समान सम्मान और अवसर नहीं देंगे, तब तक समाज में वास्तविक बदलाव संभव नहीं हो सकता।

इस पहल से उम्मीद है कि बेटियों को लेकर समाज की सोच में बदलाव आएगा और उन्हें भी लड़कों की तरह ही समान अवसर मिलेंगे।

लिंगानुपात में सुधार की दिशा में बढ़ा हरियाणा

इसके कुछ छोटे रोचक , केची विकल्प लिखो यह पहल हरियाणा सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो समाज में गहरी पैठ बना चुकी पुरानी सोच को चुनौती दे रहा है।

यदि इस कदम से लोगों की मानसिकता में बदलाव आता है और लिंगानुपात में सुधार होता है, तो यह निश्चित रूप से एक सकारात्मक बदलाव होगा। अब देखना होगा कि इस पहल के बाद हरियाणा में लिंगानुपात में कितना बदलाव आता है और यह समाज में किस हद तक जागरूकता फैलाता है।

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