Bharat Jodo Yatra will pass through 12 states and two union territories Rahul Gandhi

नई दिल्ली ,07 सितंबर (आरएनएस/FJ)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज कन्याकुमारी से पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा शुरू करेंगे. वे इससे पहले तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के स्मारक पर गए. राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरेगी. करीब 150 दिनों की इस पदयात्रा में 3,570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. यह यात्रा कन्याकुमारी से शुरू होकर कश्मीर में खत्म होगी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कंटेनर केबिन में सोएंगे.

पार्टी सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी कन्याकुमारी में महात्मा गांधी मंडपम में एक कार्यक्रम में भी शामिल होंगे. वहां तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन भारत जोड़ो यात्रा के शुभारंभ से पहले उन्हें खादी का राष्ट्रीय ध्वज सौंपेंगे.
इस यात्रा के दौरान हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता हर दिन लगभग छह-सात घंटे चलेंगे. सूत्रों का दावा है कि राहुल गांधी कश्मीर से कन्याकुमारी तक पैदल चलेंगे.

कांग्रेस पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले देश भर में केंद्र सरकार के खिलाफ जनसमर्थन तैयार करने के लिए यह यात्रा निकाल रही है. इस यात्रा के दौरान कांग्रेस महंगाई, बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था में गिरावट का मुद्दा उठा सकती है.
कांग्रेस के मुताबिक सात सितंबर को शाम पांच बजे कन्याकुमारी में विशाल रैली के साथ इस यात्रा की शुरुआत होगी. आठ सितंबर को सुबह हर विधानसभा क्षेत्र और ब्लॉक में पदयात्रा निकाली जाएगी. सर्वधर्म प्रार्थना और दूसरे कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा.

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान करीब पांच महीने में दक्षिण में कन्याकुमारी से लेकर उत्तर में कश्मीर तक 3,570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. यह 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी. साथ ही विभिन्न राज्यों में छोटे स्तर पर भारत जोड़ो यात्राएं निकाली जाएंगी.

**************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *