भोपाल 23 Nov, (एजेंसी) । कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा (बीजेवाई) महाराष्ट्र चरण का समापन करने के बाद बुधवार को मध्य प्रदेश में प्रवेश कर गई। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने सुबह करीब साढ़े पांच बजे बुरहानपुर जिले से मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ को यात्रा ध्वज सौंपा, जिसके बाद करीब साढ़े छह बजे पदयात्रा शुरू हुई।
120 लोग राहुल गांधी के साथ कन्याकुमारी (तमिलनाडु) से मार्च कर रहे हैं और पूरे 3,070 किलोमीटर की यात्रा (कन्याकुमारी से श्रीनगर) का हिस्सा होंगे। इसमें मध्य प्रदेश से 11 लोग हैं जिनमें चार महिलाएं भी शामिल हैं। सूची में दो बार के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शामिल नहीं हैं, जो यात्रा के संयोजक हैं।
बुरहानपुर में एक पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस महासचिव एवं संचार, प्रचार एवं मीडिया विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि यात्रा प्रतिदिन दो भागों में लगभग 21-22 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। पदयात्रा प्रतिदिन सुबह 6 बजे से 6.30 बजे के बीच शुरू होगी और 9.30 बजे तक जारी रहेगी। इस अवधि के दौरान, यह 14-15 किमी की दूरी तय करेगी और यात्रा का दूसरा भाग दोपहर 3:30 बजे शुरू होगा, लगभग 8-10 किमी की दूरी तय करते हुए शाम 7.30 बजे तक चलेगी।
उन्होंने कहा कि यात्रियों के आराम के लिए निर्धारित दिनों को छोड़कर राज्य में अगले 11 दिनों तक यात्रा होगी। राज्य में कुछ अन्य कार्यक्रमों के बारे में अधिक जानकारी देते हुए, जयराम रमेश ने कहा कि 26 नवंबर को राहुल गांधी डॉ. भीमराव अंबेडकर के जन्म स्थान महू का दौरा करने वाले हैं। राहुल गांधी के 28 नवंबर को इंदौर में एक सार्वजनिक रैली में भाग लेने और 29 नवंबर को उज्जैन में एक महासभा को संबोधित करने की उम्मीद है।
जयराम रमेश ने कहा, 28 नवंबर को इंदौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएगी, राहुल गांधी मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देंगे। जयराम रमेश ने यह भी बताया कि 30 नवंबर को विश्राम दिवस निर्धारित किया गया है।
जयराम रमेश ने कहा, यहां, मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि 30 नवंबर को राहुल गांधी मध्य प्रदेश में ही रुकेंगे, इस दौरान वह लोगों से मिलेंगे, लेकिन दिल्ली नहीं जाएंगे। भारत जोड़ो यात्रा 4 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश करेगी। इस बीच, दिग्विजय सिंह ने भाजपा नीत मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, आज जब बुरहानपुर में यात्रा शुरू हुई, तो क्षतिग्रस्त सड़कों से पूरा क्षेत्र धूल से भर गया। भाजपा हमेशा मुझे सड़कों के मुद्दे पर निशाना बनाती है, लेकिन यह है मध्यप्रदेश में सड़कों की वास्तविक स्थिति।
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