*संजय सिंह ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर बैठ कर वसूली किया – गौरव भाटिया*
नई दिल्ली , 04 अक्टूबर (एजेंसी)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले का किंगपिंग करार दिया देते हुए कहा कि दिल्ली शराब घोटाले मामले में जांच से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बायां हाथ (संजय सिंह) घबरा के हिल रहा है, उसे डर लग रहा है क्योंकि दाहिना हाथ जिसको (मनीष सिसोदिया) कट्टर ईमानदार का सर्टिफिकेट प्राप्त था, वो साढ़े सात महीने से जेल में है।
गौरव भाटिया ने कहा कि ये कहना गलत नहीं होगा कि भ्रष्टाचारी की साढ़ेसाती केजरीवाल पर भी असर कर रही है और जैसे-जैसे जुड़ रही है कड़ी वैसे-वैसे अरविंद केजरीवाल के पास आ रही है हथकड़ी। आज उनके बायें हाथ संजय सिंह के यहां पर भी जांच एजेंसी की रेड हुई है। देश की जनता और दिल्ली की जनता जान चुकी है कि इसका सरगना अरविंद केजरीवाल ही है, उनके इशारे पर ही ये शराब घोटाला दिल्ली में हुआ है। गौरव भाटिया ने कहा कि तीन तथ्य चिंताजनक है जिन्हें सामने रखना जरूरी है।
दिल्ली शराब घोटाले में सबसे पहले आरोपी दिनेश अरोड़ा ने कबूला है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास पर शराब कारोबारियों की एक बैठक होती है, जैसे वह मुख्यमंत्री आवास न हो कर घोटाले का अड्डा हो। मुख्यमंत्री आवास में वसूली हो रही है, कमीशन तय हो रहे है ओर ये बातें कोई और नहीं बल्कि यह खुद आरोपी दिनेश अरोड़ा ने कबूला है। दूसरी बात ये कि अरविंद केजरीवाल के इशारे पर संजय सिंह कहते हैं कि 32 लाख रुपये आप पार्टी के कोष में दो, अब एक सांसद मुख्यमंत्री आवास पर बैठ कर वसूली करता है। इससे ये भी स्पष्ट होता है कि 32 लाख की रिश्वत जिसका भुगतान चेक से किया गया है, नकद में यह संख्या करोड़ों रुपए भी हो सकती हैं।
जांच की परिधि में यह सामने आ चुका है और आगे भी आएगा लेकिन ये 32 लाख रुपए अरविंद केजरीवाल के इशारे पर एक सांसद वसूली कर रहा है जो कि बेहद चिंताजनक इसलिए भी है क्योंकि ये अपने आप को आम आदमी पार्टी बताते हैं। गौरव भाटिया ने आम आदमी पार्टी पर करारा हमला करते हुए कहा कि आम आदमी लाल बत्ती तोड़ दे तो कार्रवाई हो जाती है परंतु ये पापी इतने खास हो गए कि ये करोड़ों का शराब घोटाला करेंगे, और उसके बाद कहेंगे कि हम पर कार्रवाई राजनीतिक द्वेष के कारण हो रही है। आगे श्री गौरव भाटिया ने अरविंद केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि जो आया था जनता का लाल बन कर, रह गया शराब कारोबारीयों का दलाल बन कर।
जो व्यक्ति अपनी राजनीति की शुरुआत यह कहकर करता है कि वीआईपी कल्चर नहीं होना चाहिए, भ्रष्टाचार हम खत्म करेंगे, उसी अरविंद केजरीवाल में आज इतनी हिम्मत नहीं है कि जो अपनी बात को सच साबित कर पाए। इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल में हिम्मत है तो आप तुरंत प्रेस वार्ता कर यह सिद्ध कीजिए की ये 32 लाख रुपए जो आरोपी दिनेश अरोड़ा ने आपको दिए गए हैं, ये आपने नहीं लिए।
यह भी याद दिलाना आवश्यक है कि 2015 में केजरीवाल कहते थे कि मेरे किसी मंत्री के खिलाफ सबूत होता तो हम उसका इस्तीफा ले लेते जैसे तोमर और असीम का लिया था। ये भी ध्यान देना चाहिए कि अरविंद केजरीवाल जी ने हमारे वरिष्ठ नेता श्री अरुण जेटली जी सहित कई नेताओं पर झूठे आरोप लगाए लेकिन बार-बार उन्हें माफी मांगनी पड़ी। गौरव भाटिया ने पूर्व दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सीसोदिया को घेरते हुए कहा कि केजरीवाल जी ने जिसको कट्टर ईमानदार का प्रमाण पत्र दिया, उस कट्टर बेईमान पूर्व उप-मुख्यमंत्री व तत्कालीन शराब मंत्री ने 32 लाख की रिश्वत चेक के माध्यम से लिया। ऐसा क्यों है जिसको केजरीवाल जी सबसे कट्टर ईमानदार कहते हैं, उसे देश कि सर्वोच्च न्यायालय से भी राहत नहीं मिलती।
दिल्ली उच्च न्यायालय ईडी के मामले में, सीबीआई के मामले में बेल नहीं देती है ओर साढ़े सात महीने से वो कट्टर बेईमान मनीष सिसोदिया जेल की सलाखों के पीछे है। श्री भाटिया ने सवाल उठाते हुए कहा कि दाहिना हाथ और बायां हाथ दोनों भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, लेकिन इसके पीछे का 10 सिर वाला भ्रष्टाचारी रावण कौन है। गौरव भाटिया ने अरविंद केजरीवाल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल की सोच उनके पार्टी के सांसदों को भ्रष्टाचार करने और उनकी तिजोरी भरने को मजबूर करती है।
श्री गौरव भाटिया ने कहा कि जैसे-जैसे जुड़ रही है कड़ी, अरविंद केजरीवाल के पास आ रही है हथकड़ी। और यह भी सच है कि अरविंद केजरीवाल घबराए हुए हैं। वह डरे हुए हैं जांच एजेंसी के नाम से वह थरथर कांप रहे हैं। अरविंद केजरीवाल जी आपका यह मानना है कि आप बहुत खास हैं पाप करेंगे भ्रष्टाचार करेंगे और आप पर कार्रवाई नहीं होगी? परंतु जनता और जांच एजेंसी का मानना यह है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है। कानून के दायरे में कार्य हो रहा है, कानून अपना काम कर रहा है और न्यायालय जो कदम कानून की जांच एजेंसियां उठाती हैं उसपर हस्तक्षेप नहीं करता है। आपके नेताओं के खिलाफ सबूत भी है, साक्ष्य भी और प्रमाण भी। और, जो शराब घोटाले का किंगपिन है उसको कोई बचा नहीं सकता है।
हमें यकीन है जांच एजेंसी अपना काम करेगी और कानून से ऊपर कोई नहीं है, चाहे वह किसी बड़े संवैधानिक पद पर भी बैठा हो, तब भी उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। आगे श्री गौरव भाटिया ने कहा कि आरोपी दिनेश अरोड़ा के आरोपों पर क्यों अरविंद केजरीवाल चुप हैं? हमारा कहना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को इन आरोपों पर प्रेस वार्ता करनी चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं, तो यही माना जाएगा कि वह इस घोटाले में शामिल हैं।
******************************