Arvind Kejriwal committed corruption and loot in liquor scam Gaurav Bhatia

नई दिल्ली ,  03 जनवरी (एजेंसी)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता  गौरव भाटिया ने ईडी द्वारा भेजे गए तीसरी समन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उपस्थित नहीं होने पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि अरविंद केजरीवाल ने शराब घोटाले में भ्रष्टाचार नहीं किया है तो वे डर क्यों रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ईडी के समक्ष उपस्थित होकर ‘दूध का दूध’ और ‘शराब का शराब’ हो जाने देते और शराब घोटाले की सच्चाई सामने आ जाने देते, लेकिन ऐसा करने के बदले केजरीवाल ने एक और बहाना बनाया कि लोकसभा चुनाव की वजह से उन्हें प्रताड़ित की जा रही है।

भाटिया ने कहा कि आम अदमी पार्टी (आप) के संयोजक एवं सीएम अरविंद केजरीवाल में थोड़ी मर्यादा बची होती, तो वे ईडी के समन पर उपस्थित होकर सभी प्रश्नों के उत्तर देते और जांच एजेंसी को जांच में सहयोग करते। सच्चाई यह है कि कट्टर बेईमान, भ्रष्टाचारी और पापी “आप के अरविंद केजरीवाल ने शराब घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर थरथर कांप रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी को यकीन है कि अरविंद केजरीवाल जनता के सवालों का जवाब नहीं देंगे, जबकि जांच एजेंसियां ईमानदारी से भ्रष्टाचारियों से जनता की गाढ़ी कमाई का हिसाब मांग रही है। यह वही अरविंद केजरीवाल है, जो सत्ता में आने से पहले कहते थे कि देश में भ्रष्टाचार दीमक की तरह है और केजरीवाल स्वयं ही राजनीति में ‘भ्रष्टाचारी दीमक’ बन गए हैं। उनको गलतफहमी है कि वे कानून से उपर हैं।

भाटिया ने कहा कि यदि किसी को लगता है किजाँच एजेंसी राजनीतिक द्वैष की वजह से उसे प्रताड़ित कर रही है तो वह न्यायालय जाकर न्याय की गुहार लगता है। जबकि शराब घोटाले मामले में एक साल से ज्यादा की अवधि हो गयी, जांच चल रही है और चार्जशीट फाइल की गयी है। अरविंद केजरीवाल को लगता है कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है तो वे न्यायालय जाकर ईडी समन को निरस्त क्यों नहीं करा देते? पहला समन 2 नवंबर 2023 को आया था। ईडी का समन आए हुए दो महीने बीत गए किन्तु अरविंद केजरीवाल न्यायालय नहीं गए, क्योंकि न्यायालय में बिना तथ्य के कोई दलील स्वीकार नहीं की जाती है।

अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचारी बताते हुए भाटिया ने कहा कि जनता यह जानती है कि अरविंद केजरीवाल कट्टर बेईमान-भ्रष्टाचारी हैं और शराब घोटोले के किंगपिन हैं। इसलिए अरविंद केजरीवाल थरथर कांप रहे हैं, क्येंकि वे भारतीय जनता पार्टी द्वारा कही गयी पंक्ति को भली-भांति समझ रहे हैं, “जैसे जैसे जुड़ रही कड़ी, वैसे वैसे अरविंद केजरीवाल के पास आ रही है हथकड़ी।“ईडी द्वारा तीन बार समन करने के बाद भी उपस्थित नहीं होने का मतलब स्पष्ट है कि अरविंद केजरीवाल ने शराब घोटाले में भ्रष्टाचार और लूट-खसोट की है। अरविंद केजरीवाल  संवैधानिक पद पर होकर भी कानून का पालन नहीं कर रहे हैं।

उन्होंने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल के मामले में ये कहना शत प्रतिशत सत्य है कि “नौटंकी है फुल, जवाबदेही है गुल”। अरविंद केजरीवाल धोखा, भ्रष्टाचार और प्रोपागैंडा फैलाने की कला में माहिर हो चुके हैं और भ्रष्टाचार इनका पर्याय बन चुका है। भ्रष्टाचार के मामले में अरविंद केजरीवाल के दोहरा चरित्र को उगजागर करते हुए श्री भाटिया ने कहा कि केजरीवाल मन ही मन कह रहे हैं कि ‘लागा चुनरी में दाग, छुपाउ तो छुपाउ कैसे, किया है भ्रष्टाचार, ईडी के पास जाउ कैंसे।

‘ कानून की ताकत, सवंधिन का रसूख, जांच एजेंसियों की ईमानदारी आज कट्टर बेईमान अरविंद केजरीवाल पर भारी पड़ रहा है। अरविंद केजरीवाल ने राजनीति में आने से पहले कहते थे कि किसी पर आरोप लगे तो इस्तीफा दे दो, जबकि ईडी ने नवंबर 2023 में शराब घोटाले मामले में उन्हें पूछताछ के लिए समन किया था।

जांच एजेंसी को समन वापस लेने के लिए केजरीवाल द्वारा लिखे पत्र पर निशाना साधते हुए श्री भाटिया ने कहा कि खुद को कट्टर ईमानदार बताने वाले अरविंद केजरीवाल ने संविधान की शपथ ली थी, उन्हें ईडी के सामने जाकर खाता-बही दिखाकर बता देना चाहिए था कि उन्होंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है। लेकिन अरविंद केजरीवाल को लगता है कि ‘न खाता, न बही, जो भ्रष्टाचारी अरविंद केजरीवाल  जो कहे वो सही।‘ उन्होंने कह कि केजरीवाल ने ईडी को पत्र लिखकर कहते हैं कि शराब घोटाले में पूछताछ के लिए जो समन किया है उसे वापस लो।

आजाद भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी ने जांच एजेंसी को कहा है कि पूछताछ के लिए जो समन भेजा है उसे वापस लो।पांच राज्यों में चुनाव प्रचार के नाम पर ईडी के समक्ष उपस्थित नहीं होने पर तंज कसते हुए श्री भाटिया ने कहा कि केजरीवाल ने ईडी को चुनाव प्रचार का हवाला देते हुए पत्र में लिखते हैं कि अभी पांच प्रदेशों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और मैं अपनी पार्टी का स्टार प्रचारक हूं। इसलिए मैं इस समन का पालन नहीं करूंगा और चुनाव प्रचार में व्यवस्त रहूंगा।

चुनावी आंकड़े बताते हैं कि राजस्थान, मध्यप्रदेश  और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी को ‘नोटा’ से भी कम वोट मिले हैं।  भाटिया ने कहा कि 21 दिसंबर 2023 को ईडी ने अरविंद केजरीवाल को फिर से पूछताछ के लिए दूसरी बार समन किया। ईडी समन से भागते हुए अरविंद केजरीवाल ने ईडी को पत्र लिखकर कहा कि वे विपासना योग के लिए जा रहे हैं, इसलिए पूछताछ के लिए नहीं आउंगा। यह कहना गलत नहीं होगा कि ‘केजरीवाल करते नहीं है योग, कर रहे केवल शराब की काली कमाई का भोग।‘ यही केजरीवाल की सच्चाई है।  भाटिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि शराब घोटाला हुआ ही नहीं है। जबकि उनके एक उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शराब घोटाला मामले में 10 महीने से ज्यादा जेल में बंद हैं और उन्हें सुप्रीम कोर्ट से भी जमानत नहीं मिली है। वहीं शराब घोटाले के आरोपी और ‘आप’ के सांसद संजय सिंह पिछले तीन महीनों से जेल में बंद हैं और उन्हें भी कोर्ट से जमानत तक नहीं मिली है।

सच्चाई यह है कि शराब घोटाले में ये दोनो ही कठपुतली हैं और शराब घोटाले के किंगपिन हैं अरविंद केजरीवाल। शराब घोटाले मामले पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का जिक्र करते हुए श्री भाटिया ने कहा कि शराब घोटाले मामले में आरोपी को जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की कि जांच एजेंसियों की अबतक हुई जांच से मिली जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी ने अपने पार्टी की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए शराब घोटाले से प्राप्त काले धन का प्रयोग किया गया है।

इस कारण पार्टी के शीर्ष नेताओं से पूछताछ क्यों नहीं होगी?  श्री भाटिया ने सवाल पूछा कि आम आदमी पार्टी की शासन में इतना बड़ा शराब घोटाला क्यों हुआ? अरविंद केजरीवाल को स्वयं ही ईडी के समक्ष जाकर ही शराब घोटाले की सच्चाई क्यों नहीं बताते है। इंडी एलायंस को भ्रष्टाचारियों का गठबंधन बताते हुए श्री भाटिया ने कहा कि ईडी समन मिलने पर अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि राजनैनिक विद्वैष के कारण ईडी की कार्रवाई की जा रही है।

सच्चाई यह है कि  शराब घोटाले मामले समेत अन्य इसी तरह के मामलों में घोटाले के आरोपी कोर्ट में याचिक दायर कर केस रद्द करने की मांग की थी, कोर्ट ने उनकी याचिका निरस्त कर दी। इनकम टैक्स की छापेमारी में इंडी एलांयस की प्रमुख पार्टी कांग्रेस सांसद के घर एक आलमारी से 550 करोड़ रुपए नगद बरामद हुए, तो केजरीवाल ने कुछ नहीं कहा। इसी तरह बेंगलूरू में सवा सौ करोड़ रुपए नगद बरामद हुआ, तब भी अरविंद केजरीवाल सहित इंडी एलायंस के सभी भ्रष्टाचारी नेताओं के मुख से एक शब्द नही निकला। यह स्पष्ट करता है कि इंडी एलायंस की पार्टियां भ्रष्टाचार की गोंद से आपस में एक दूसरे से जुड़े हुई है।

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