Arrested for cheating on the pretext of job in FCI

लखनऊ 29 Dec, (एजेंसी): भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) में नौकरी के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले एक गिरोह के सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पीड़ितों में से एक संतोष सिंह की शिकायत पर महानगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की है।

गिरोह पहले भी एफसीआई में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी कर चुका है। शिकायतकर्ता ने कहा कि वह गिरोह के सदस्यों नीरज पांडे, विकास सोनकर, अनूप श्रीवास्तव, विकास सिंह, आलोक श्रीवास्तव, अमरेंद्र, जितेंद्र, कुलदीप, नीलेश, विनोद कुमार, राज रस्तोगी से 2019 में एक रेस्तरां में मिला था और उसे एफसीआई (लिपिक पद) में नौकरी देने का वादा किया गया था, इसके बदले में 8 लाख रुपये की मांग की गई थी।

सिंह ने आरोप लगाया, ‘उन्होंने फरवरी में दिल्ली में एक बहुमंजिला आलीशान कार्यालय में एक साक्षात्कार आयोजित किया, जिसमें एफसीआई का नाम और प्रतीक चिन्ह था।’

वह अन्य उम्मीदवारों के साथ एक एमसीक्यू-आधारित लिखित परीक्षा और एक व्यक्तित्व परीक्षण में भी उपस्थित हुआ।

गैंग के एक सदस्य ने खुद को एफसीआई का जीएम बताकर इंटरव्यू लिया और नियुक्ति की पुष्टि के लिए 5 लाख रुपये की मांग की।

उन्होंने कहा, मई में मुझे आरोपी का फोन आया और मुझे सिरसा हरियाणा में एफसीआई इकाई में शामिल होने के लिए कहा गया और प्रशिक्षु के रूप में लेबल किए गए एफसीआई के प्रतीक चिन्ह वाला एक पत्र प्राप्त हुआ।

उसने बताया जब वह सिरसा पहुंचा, तो पाया कि कई अन्य लोगों के पास भी इसी तरह के पत्र थे। मुझे बताया गया कि हरियाणा के बरवाला जाना है। मुझे फिर से आरोपियों का फोन आया और दिल्ली आने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि चार महीने बाद ज्वाइनिंग लेटर मिलेगा।

पीड़ित से प्रशिक्षण प्रमाण पत्र के लिए 15 हजार रुपये और मांगे गए।

अंत में उन्हें बताया गया कि सभी रिक्तियां भरी हुई हैं और उन्हें प्रतीक्षा करनी होगी। इसके बाद 2021 में, पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन कभी नहीं मिले।

पुलिस ने एक साल की निगरानी के बाद गिरोह के दो सदस्यों नीरज पांडे और जितेंद्र कैलाश को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। सदस्य कोचिंग संस्थानों के पास छात्रों को निशाना बनाते थे।

एसएचओ महानगर, के.के. तिवारी ने कहा कि गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन किया गया है।

********************************

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *