Apart from honorarium, Ayush doctors will get incentive every month - Hemant Soren, Chief Minister

*मुख्यमंत्री ने संविदा के आधार पर चयनित 217 आयुष प्रक्षेत्र के

  सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों के बीच नियुक्ति पत्र बांटा।*

*नियुक्ति पत्र पाने वाले डॉक्टर्स में 162 होम्योपैथिक, 35 आयुर्वेदिक तथा 20 यूनानी पद्धति से हैं*

*राज्य में यूनानी, आयुर्वेदिक तथा होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति की होगी पढ़ाई*

*बेहतर स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में निरंतर आगे बढ़ रही है सरकार*

रांची, 22.08.2022 (FJ) – मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने की दिशा में हमारी सरकार निरंतर आगे बढ़ रही है। झारखंड में यूनानी, आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक चिकित्सा प्रक्षेत्र में पढ़ाई सुनिश्चित हो इसके लिए राज्य सरकार कटिबद्ध है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी आयुष चिकित्सा पद्धति का लाभ मिल सके इस हेतु आज 217 आयुष प्रक्षेत्र के डॉक्टरों को अनुबंध आधारित नियुक्ति पत्र मिला है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं समझता हूं कि यूनानी, आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जब आधुनिक तकनीकी चिकित्सा पद्धति की परिकल्पना नही हुई थी तब से यह पद्धति चली आ रही है। निश्चित रूप से राज्य में स्वास्थ्य क्षेत्र लिए आज ऐतिहासिक दिन है। उक्त बातें मुख्यमंत्री ने आज झारखंड मंत्रालय स्थित सभागार में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग अंतर्गत झारखंड आयुष प्रक्षेत्र के संविदा आधारित चयनित सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों का नियुक्ति प्रमाण पत्र वितरण समारोह में कहीं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने उपस्थित आयुष प्रक्षेत्र के सभी नवनियुक्त डॉक्टरों को बधाई एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने सभी नवनियुक्त आयुष डॉक्टर्स के प्रति भरोसा जताते हुए कहा कि आप जहां भी कार्यरत रहेंगे वहां अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी ईमानदारी और कर्मठता से करेंगे ऐसा मुझे विश्वास है।

Apart from honorarium, Ayush doctors will get incentive every month - Hemant Soren, Chief Minister

*प्राचीन काल से चली आ रही आयुष चिकित्सा पद्धति आज भी काफी प्रभावी

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आयुष चिकित्सा पद्धति आज भी उतनी ही प्रभावी है, जितनी प्राचीन काल में थी, विशेषकर झारखंड प्रदेश के लिए आयुष एक बेहतर चिकित्सा पद्धति साबित हो सकती है। आयुष पद्धति जल, जंगल, जमीन, पठार, नदी- नाले और पहाड़ से घिरे इस आदिवासी बाहुल्य प्रदेश के लिए खास मायने रखती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के लोगों का प्रकृति से गहरा जुड़ाव रहा है और प्राकृतिक तरीके से वे इलाज कराते आ रहे हैं। ऐसे में आज के समय में आयुष चिकित्सा पद्धति यहां के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इस पद्धति से छोटी-बड़ी बीमारियों का तो इलाज होता ही है। इसके साथ बेहतर स्वास्थ्य जीवन और शरीर को तंदुरुस्त रखने के प्राकृतिक तौर-तरीकों को हम जानते तथा सीखते हैं। यह चिकित्सा पद्धति पहले भी प्रभावी थी, आज भी है और आगे भी रहेगी ।

Apart from honorarium, Ayush doctors will get incentive every month - Hemant Soren, Chief Minister

*पहली बार बड़े पैमाने पर आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए काफी अहमियत रखता है। पहली बार इतने बड़े पैमाने पर आयुष चिकित्सा पद्धति के तहत यूनानी, आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक चिकित्सकों की नियुक्ति सरकार के द्वारा की गई है ।मुझे उम्मीद है कि इनकी नियुक्ति से राज्य में आयुष चिकित्सा प्रणाली को कारगर बनाने के साथ लोगों को इसका बेहतर लाभ पहुंचाने में कामयाब होंगे।

*झारखंड सरकार और श्री सत्य साईं हार्ट हॉस्पिटल के बीच एमओयू

इस अवसर पर झारखंड सरकार और श्री सत्य साई हॉस्पिटल के बीच एमओयू हुआ। एमओयू के अंतर्गत प्रतिवर्ष झारखंड के एक हजार हार्ट मरीजों का मुफ्त इलाज गुजरात के श्री सत्य साई हॉस्पिटल में होगा। झारखंड सरकार इन मरीजों के यात्रा पर प्रति मरीज 10 हजार रुपया खर्च करेगी। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इसे एतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि इस एमओयू से श्री सत्य साई हॉस्पिटल राजकोट और अहमदाबाद में झारखंड के युवा तथा वयस्कों का मुफ्त हार्ट का इलाज होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पैसे के अभाव में जो लोग इलाज नहीं करा पाते हैं ऐसे में यह व्यवस्था उनके लिए मील का पत्थर साबित होगा।

*मानदेय के अलावे आयुष चिकित्सकों को मिलेगा हर माह इंसेंटिव

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज एक नई पीढी इस व्यवस्था को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। आज 217 चिकित्सकों की नियुक्ति हो रही है इन चिकित्सकों के माध्यम से सुदूरवर्ती ग्रामीणों को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक रखने को लेकर चिंतन करती रहती है। फिर भी ठीक नहीं हो पाती है। सरकार के आप अंग हैं और बेहतर से बेहतर काम करेंगे। सरकार आपको इंन्सेटिव भी देने का काम करेगी। सैलरी के अलावे हर महिने 15 हजार इंसेंटिव देने का काम करेगी।

*देवदूत के रूप में लोगों को चिकित्सा उपलब्ध कराएं

इस अवसर पर स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के सानिध्य में स्वास्थ्य विभाग दिन प्रतिदिन बेहतर दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज खुशी का दिन है कि मुख्यमंत्री के कर कमलों से 217 आयुष प्रक्षेत्र के डॉक्टरों को संविदा आधारित नियुक्ति पत्र मिली है। उन्होंने नवनियुक्त चिकित्सकों से अपील किया कि आप जहां कार्यरत रहे वहां मरीजों का इलाज मुस्कुराता चेहरा और मधुरवाणी के साथ करें ताकि लोगों को लगे कि आप उनके परिवार के ही सदस्य हैं। जब आप आत्मीयता के साथ मरीजों का चिकित्सा करेंगे तो उनकी आधी बीमारी आपके द्वारा उन्हें छू लेने से ठीक हो जाएगी। उन्होंने कहा कि आयुष प्रक्षेत्र का बहुत बड़ा दायरा है। आयुष पद्धति लोगों को बड़ी बीमारी होने से पहले ही बचाती है। आप सभी आयुष प्रक्षेत्र के नवनियुक्त डॉक्टर्स मुख्यमंत्री के द्वारा भेजे गए देवदूत के रूप में लोगों के बीच चिकित्सा उपलब्ध कराने का कार्य करें।

*स्वास्थ्य से जुड़े तीन नए एप्प का शुभारंभ

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्वास्थ्य सेवा से संबंधित तीन एप्प का शुभारंभ किया। इसके अंतर्गत आयुष योगा एप्प, आयुष पेशेंट मॉनिटरिंग एप्प तथा जीवन दूत एप्प शामिल है।

इस अवसर पर राज्य के मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव-सह-प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग श्री अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे, आयुष के नोडल अधिकारी श्री भुवनेश प्रताप सिंह, श्री सत्य साईं हार्ट हॉस्पिटल के प्रतिनिधि सहित आयुष प्रक्षेत्र के नवनियुक्त सभी डॉक्टर्स उपस्थित थे।

*******************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *