कोलकाता 23 फरवरी, (एजेंसी)। पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के पशु-तस्करी घोटाले में कथित संलिप्तता को लेकर न्यायिक हिरासत में चल रहे तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता अनुब्रत मंडल के लिए अतिरिक्त परेशानी बढ़ती दिख रही है। राजकीय स्कूल में प्राथमिक शिक्षक के रूप में उनकी बेटी सुकन्या का वर्षों से ड्यूटी से लंबे समय तक अनुपस्थित रहने के आरोप में वेतन भुगतान रोक दिया गया है।
ऐसे समय में सामने आया है जब राज्य की सत्ताधारी पार्टी के नेतृत्व ने मंडल से खुद को दूर करने के स्पष्ट संकेत देना शुरू कर दिया है।
सुकन्या बीरभूम जिले के बोलपुर में अपने पैतृक निवास के पास स्थित राजकीय कालिकापुर प्राथमिक विद्यालय में प्राथमिक शिक्षिका हैं। राज्य शिक्षा विभाग के सूत्रों ने कहा कि बुधवार को जिला प्राथमिक शिक्षा परिषद ने उनके वेतन भुगतान रोकने के संबंध में एक आदेश पारित किया।
विभाग के एक सूत्र ने कहा, उन्होंने कथित तौर पर अपनी सभी जमा छुट्टियां समाप्त कर दी हैं और अभी भी प्राथमिक विद्यालय में अपनी ड्यूटी पर नहीं जा रही है। इसलिए, राज्य सरकार ने उसके वेतन का भुगतान रोकने का फैसला किया है। हालांकि, उन्होंने इसका स्वागत किया है, लेकिन राज्य के भाजपा नेताओं ने सवाल किया है कि यह कदम इतनी देर से क्यों उठाया गया है।
भाजपा के एक राज्य समिति के सदस्य ने कहा कि सुकन्या के खिलाफ सालों से स्कूल न जाने की शिकायतें आ रही थीं। यहां तक कि शिकायत थी कि उक्त स्कूल के ग्रुप-डी के कर्मचारी उनके हस्ताक्षर लेने के लिए उपस्थिति रजिस्टर के साथ उसके आवास पर आते थे।
ये सब संभव हो सका क्योंकि अनुब्रत मंडल तब तक सत्ताधारी दल के लिए एक संपत्ति थे। अब शायद इस तरह की कार्रवाई शुरू की गई हैं क्योंकि संपत्ति एक दायित्व में बदल गई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हाल की बीरभूम यात्रा के दौरान पार्टी नेतृत्व के मंडल से दूर होने के संकेत स्पष्ट हो गए थे क्योंकि उनके द्वारा संबोधित विभिन्न जनसभाओं में उनकी एक भी तस्वीर का इस्तेमाल नहीं किया गया था
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