लखनऊ 05 दिसंबर (एजेंसी )। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर सोमवार को विधान सभा में शोक प्रस्ताव पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव एक साधारण परिवेश से आए, जमीन से जुड़े नेता थे। सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में उनकी उपलब्धियां असाधारण रहीं। उनके निधन से भारतीय राजनीति के एक संघर्षशील युग का अन्त हो गया है। देश की राजनीति में मुलायम सिंह का दीर्घ अनुभव एवं योगदान रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवम्बर, 1939 में जनपद इटावा के सैफई गांव में हुआ था। श्री मुलायम सिंह ने 15 वर्ष में ही समाजवादी नेता डॉ0 राम मनोहर लोहिया के विचारों से प्रेरित होकर सामाजिक आंदोलनों में भाग लिया और समाज सेवा से जुड़े। मुलायम सिंह ने एक शिक्षक के रूप में आपने प्रारम्भिक जीवन की शुरुआत की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर, राजनारायण के सम्पर्क में आकर मुलायम सिंह यादव सक्रिय राजनीत में आए। मुलायम सिंह यादव 10 बार विधान सभा सदस्य निर्वाचित हुए। वर्ष 1982 में विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हुए। रामनरेश यादव के मंत्रिमण्डल एवं श्री बाबू बनारसी दास के मंत्रिमण्डल में मंत्री रहे तथा विधान सभा व विधान परिषद में नेता विरोधी दल के पद पर भी रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलायम सिंह यादव वर्ष 1989 से 1991, वर्ष 1993 से 1995 तथा वर्ष 2003 से 2007 तक तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। वह वर्ष 1996, 1998, 1999, 2004, 2009, 2014 तथा 2019 में लोक सभा के सदस्य भी निर्वाचित हुए। वर्ष 1996 से 1998 तक एच0डी0 देवगौड़ा व इन्द्रकुमार गुजराल के केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में रक्षा मंत्री रहे। रक्षा मंत्री के रूप में मुलायम सिंह यादव ने सेना की पूर्व की व्यवस्था में परिवर्तन करते हुए शहीद सैनिकों के पार्थिव शरीर को उनके घरों तक पहुंचाने का निर्णय लिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुलायम सिंह यादव संसद की प्राकृतिक और पेट्रोलियम तथा ऊर्जा सम्बन्धी स्थायी समिति के सभापति तथा लोक सभा की विभिन्न महत्वपूर्ण संसदीय समितियों के सदस्य, लोक सभा में नेता समाजवादी संसदीय दल भी रहे थे। मुलायम सिंह यादव विधान सभा की विभिन्न महत्वपूर्ण समितियों के सदस्य, उत्तर प्रदेश लोकदल तथा उत्तर प्रदेश जनता दल के अध्यक्ष रहे। श्री मुलायम सिंह यादव ने वर्ष 1992 में समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी।
वह विभिन्न आन्दोलनों के अन्तर्गत इटावा, वाराणसी और फतेहगढ़ आदि कारागारों में बन्द रहे। मुलायम सिंह यादव कई शिक्षण संस्थानों की प्रबन्धन समिति के सदस्य, प्रबन्धक व अध्यक्ष भी रहे। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव के निधन से हम सभी दु:खी हैं।
उन्होंने दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना करते हुए उनके शोक संतृप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।मुख्यमंत्री ने पूर्व विधान सभा सदस्यों के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनके परिजनों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की।
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