Amit Shah flagged off the Run for Unity, said – the country is moving ahead after getting rid of all the signs of slavery

नई दिल्ली 31 Oct. (एजेंसी): सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम से रन फॉर यूनिटी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश गुलामी की सभी निशानियों से मुक्ति पाकर आगे बढ़ रहा है। सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती पर आयोजित रन फॉर यूनिी दौड़ में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। अमित शाह ने सभी को एकता की शपथ भी दिलाई। शाह ने अपना संबोधन शुरू करते ही मोरबी में हुए हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि गुजरात में कल की घटना में कई लोगों की जान चली गई। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में मारे गए सभी लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। मरने वाले सभी को शांति मिले।

वहीं अमित शाह ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने एक मजबूत और अखंड भारत के सपने को साकार किया। आजादी के समय भी कुछ देशविरोधी ताकतों ने भारत को विभाजित रखने की कोशिश की, लेकिन सरदार पटेल ने उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया। उन्होंने कहा कि अगले 25 वर्षों में भारत एक मजबूत और समृद्ध देश बनने के स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा करेगा।

अमित शाह ने बताया कि आज दुनिया में भारत का स्थान वही है, जिसकी कल्पना सरदार पटेल ने भारत को एक करते वक्त की थी। कई सालों तक सरदार पटेल को भुलाने के प्रयासों के बाद भी उनके गुण थे, जिसने उन्हें अमर बनाए रखा।

गौरतलब है कि आजाद भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। हर साल 31 अक्टूबर के दिन राष्ट्रीय एकता दिवस मनाते हैं और सरदार पटेल को याद किया जाता है।

*****************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *