होशियारपुर 24 Dec, (एजेंसी): भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद अविनाश राय खन्ना ने कहा कि भारत सरकार ने जो आई.पी.सी., सी.आर.पी.सी तथा एविडैंस एक्ट का संशोधन कर इसे सशक्त बनाया है यह भारत सरकार का ऐतिहासिक कदम है जिसके द्वारा भारत सरकार ने अंग्रेजों की गुलामी के चिन्हों को मिटाया है।
उक्त विचार खन्ना ने लोकसभा सदन के मानसून सत्र में पारित कानून बिलों का स्वागत करते हुए व्यक्त किए। खन्ना ने कहा कि नए कानून बिलों में मॉब लिंचिंग तथा नाबालिक से बलात्कार पर मौत की सजा का प्रावधान है। खन्ना ने कहा कि कानून के सशक्तीकरण के पीछे भारत सरकार का लक्षय सजा देना नहीं बल्कि न्याय को सुनिश्चित करना है।
उन्होंने बताया कि मानसून सत्र में लोकसभा में भारतीय न्याय संहिता, भारतीय साक्ष्य विधेयक और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के सुधान के लिए तीन बिल पास किए गए हैं क्योंकि 1860 से न्याय प्रणाली में अंग्रेजों द्वारा बनाए गए कानून चले आ रहे थे। खन्ना ने कहा कि देश में अमन शांति की व्यवस्था कायम रखने के लिए तथा अंग्रेजों की गुलामी के चिन्हों को मिटाने के लिए इन एक्टों में संशोधन अनिवार्य था।
उन्होंने कहा कि आई.पी.सी., सी.आर.पी.सी तथा एविडैंस एक्ट के सशक्तीकरण से अपराधिक तत्वों में देश के मजबूत कानून का खौफ पैदा होगा तथा देश में अपराध दर कम होगी। देशद्रोह समाप्त होगा तथा महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चिय होगी। अपराधों के लिए सख्त कानून बनने से देश में अमन शांति को बढ़ावा मिलेगा। कानून प्रक्रि या को नई गति मिलेगी तथा इंसाफ के लिए लोगों को अदालतों में सालों साल नहीं भटकना पडेगा। खन्ना ने आई.पी.सी., सी.आर.पी.सी तथा एविडैंस एक्ट के सशक्तीकरण के लिए भारत सरकार का धन्यवाद किया।
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