लखनऊ ,29 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। उत्तर प्रदेश में इन दिनों मंदिर खोजने और खुदाई का मामला काफी चर्चित है। संभल के बाद से कई जगहों पर नए मंदिर मिल रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को दावा किया कि लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास के नीचे भी शिवलिंग है और उसकी भी खुदाई होनी चाहिए।
सपा मुखिया अखिलेश यादव रविवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री आवास के नीचे शिवलिंग है। यह हमारी जानकारी है। इसकी भी खुदाई होनी चाहिए। अखिलेश इससे पहले भी संभल में हो रही खुदाई को लेकर निशाना साध चुके हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझकर ध्यान हटाने के लिए नए-नए तरीके अपना रही है। जगह-जगह खुदाई हो रही है। उनके हाथ में विकास की नहीं, विनाश की रेखा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि महाकुंभ के लिए निमंत्रण नहीं दिए जाते हैं। कुंभ में लोग खुद आते हैं। हमने अपने धर्म में यही सीखा है। जो करोड़ों लोग आएंगे, क्या उन्हें निमंत्रण दिया जाता है?
यह सरकार अलग है। दरअसल, शनिवार को मुख्यमंत्री योगी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को महाकुंभ में आने का निमंत्रण दिया था।
उन्होंने कहा कि सरकार को कठघरे में खड़ा करने की हमारी जिम्मेदारी है। जब सपा सरकार में कुंभ हुआ था, उसकी स्टडी हॉवर्ड यूनिवर्सिटी ने की थी। महाकुंभ का अच्छे से आयोजन हो, इसके लिए सपा सहयोग के लिए तैयार है।
लेकिन अभी तक बिजली, ब्रिज का काम अधूरा है। सरकार को कठघरे में खड़ा करने की हमारी जिम्मेदारी है।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर अखिलेश यादव ने कहा कि आज भी जर्मनी में बैलेट पेपर से मतदान होता है, लेकिन भारत में ईवीएम का खेल जारी है।
उन्होंने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जर्मनी की सड़कें देखने के बाद बनाया गया था जो आज भी देश की सबसे अच्छी सड़क है। दुनिया कहां पहुंच गई है। हम लोग कहां उलझे हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश की जनता बदलाव लाएगी।
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