चंडीगढ़ 21 Sep, (एजेंसी): खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच सिखों की सर्वोच्च पीठ अकाल तख्त ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ट्रूडो सरकार द्वारा लगाए गए आरोपों पर संसद में स्पष्टीकरण देने की मांग की है। अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा, “भारत सरकार को कनाडा के प्रधान मंत्री द्वारा वहां की संसद में लगाए गए आरोपों के संबंध में अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और पूरी दुनिया में रहने वाले सिखों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।”
ट्रूडो द्वारा जून में सरे में निज्जर की हत्या में “भारत सरकार के एजेंटों” की संलिप्तता का आरोप लगाने के बाद कनाडा और भारत ने एक-एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया है। ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों का हाथ होने की आशंका जताई है।
“इस खबर ने दुनिया भर में रहने वाले सिखों के दिलों को झकझोर कर रख दिया है। सिखों को फिर से ऑपरेशन ब्लूस्टार, 1984 के सिख नरसंहार और पंजाब में सिख युवाओं के क्रूर नरसंहार की याद आ गई है। क्या भाई हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियां शामिल हैं?” उन्होंने एक बयान में कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस मुद्दे पर जुड़ते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने कहा, “कनाडा और भारत दोनों को हाथ मिलाने की जरूरत है, ताकि सच्चाई सामने आ सके। दोनों देशों के बीच संबंध सौहार्दपूर्ण रहना चाहिए।”
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