A very serious investigation will have to be done to find out who is behind the Parliament security breach Modi

नई दिल्ली 17 Dec, (एजेंसी)-13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में हुए उल्लंघन पर विपक्षी दलों की विस्तृत बयान की मांग के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पहली टिप्पणी में इस घटना को “बहुत गंभीर” करार दिया और कहा कि विस्तृत जांच की जाएगी और इसके पीछे कौन से तत्व हैं इसका पता लगाकर कार्रवाई की जानी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस घटना की गंभीरता को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए।

मोदी ने एक मीडिया हाउस को दिए साक्षात्कार में बताया ,”लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं। जांच एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं। यह पता लगाना महत्वपूर्ण है कि इसके पीछे कौन से तत्व हैं और उनके उद्देश्य क्या हैं। इस पर बहस करने की कोई जरूरत नहीं है, इसकी विस्तृत जांच होनी चाहिए।”

गौरतलब है कि 2001 के संसद हमले की 22वीं बरसी पर 13 दिसंबर को शून्यकाल की कार्यवाही के दौरान दो लोग लोकसभा की आगंतुक गैलरी से कूद गए और पीले रंग का धुआं भी फेंक दिया। उन्हें सांसदों और सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया और दिल्ली पुलिस को सौंप दिया। दिल्ली पुलिस ने संसद के बाहर से दो और लोगों को भी गिरफ्तार किया। मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

शनिवार को, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 13 दिसंबर की सुरक्षा उल्लंघन पर संसद में बयान नहीं देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना की और यह भी कहा कि वे वोट मांगने के लिए पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी का उपहास करते रहने की उनकी आदत है।

यहां पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए खड़गे ने कहा, “यह सुरक्षा उल्लंघन एक गंभीर मुद्दा है और सरकार इस पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रही है। हम संसद में बार-बार पूछ रहे हैं कि गृह मंत्री को सुरक्षा उल्लंघन पर संसद में बयान देना चाहिए।” राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने कहा,”लेकिन गृह मंत्री सदन में नहीं आना चाहते हैं और क्या हुआ और क्या कारण थे इस पर बयान नहीं देना चाहते हैं।

लेकिन वह टेलीविजन शो में जाते हैं और बयान देते हैं। वह सदन चलाने के लिए तैयार नहीं हैं। यह अच्छा नहीं है। और जो लोग लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं, हमें उनसे कोई उम्मीद नहीं है। ” शनिवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली बार संसद सुरक्षा मामले को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सुरक्षा उल्लंघन के पीछे बेरोजगारी और महंगाई मुख्य कारण है।

भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें और इंडिया ब्लॉक के नेताओं को संसद उल्लंघन में शामिल लोगों के कांग्रेस, टीएमसी और सीपीआई (एम) के साथ घनिष्ठ संबंधों के बारे में बताना चाहिए। एक्स पर एक पोस्ट में, बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा, राहुल गांधी कभी निराश नहीं करते, हमेशा बेकार बातें करते हैं। भारत में बेरोजगारी 3.2 प्रतिशत है, जो छह वर्षों में सबसे कम है।

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