नई दिल्ली, 4 अगस्त (आरएनएस/FJ) । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया कांग्रेस नेता राहुल गांधी के द्वारा केंद्रीय एजेंसियों पर सवाल उठाए जाने को लेकर बोला कि जो लोग बेल पर हैं वही केंद्रीय एजेंसियों के बारे में अपशब्द भाषा का प्रयोग करते हैं।
गौरव भाटिया ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी से सवाल पूछना चाहता हूं की भ्रष्टाचारी परिवार पहले देश को लूटते हैं और फिर जांच एजेंसी को पालतू और इडियत कहते हैं यह कहां का इंसाफ है। गौरव भाटिया ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों पर अपशब्द भाषा का प्रयोग करना वही बात हो गई कि पहले चोरी फिर सीनाजोरी।
गौरव भाटिया ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी और कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता द्वारा अमर्यादित आचारण किया जा रहा है, जो कतई उचित नहीं है। पहले देश को लूटेंगे और उसके बाद पूरे देश में अराजकता फैलाने का काम करेंगे।लोकतंत्र में मर्यादा होती और देश संविधान से चलता है लेकिन आज कुछ राजनैतिक दलों द्वारा देश की जांच एजेंसी को डराया और धमकाया जा रहा है।
राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी यह जान लें कि वे कानून से उपर नहीं है। यह भी तथ्य सर्वविदित है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी भ्रष्टाचार के आरोप में बेल पर बाहर है। सार्वजनिक जीवन होने की वजह से उनकी जिम्मेदारी बड़ी है। इसके बदले कांग्रेस निरंतर अनर्गल बयान दे रहा हैए जैसे ईडी को पूछताछ के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी के घर जाना चाहिए।
गौरव भाटिया ने कहा कि कांग्रेस और उनके नेता खुद को संविधान से ऊपर समझने लगे हैं लेकिन हमारे देश का कानून कहता है कि उनसे पूछताछ भी होगी और जांच एजेंसी का मुख्यालय में ही पूछताछ होगी। गौरव भाटिया ने कहा कि हमारी सरकार के पहले दिन की भी सरकारें थी उन लोगों के टाइम में जो होता था वह होता था लेकिन अब भाजपा की सरकार में कांग्रेस सरकार वाली वीवीआईपी कल्चर समाप्त हो गयी है और देश की जनता का भी यही चाहत है।
गौरव भाटिया ने कहा कि कांग्रेस शब्दवीर नहीं बने बल्कि तथ्यवीर बनकर देश की जनता को जबाव दे जो हम यहां से उठा रहे है। गौरव भाटिया ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी से सवाल पूछते हुए कहा कि 19 दिसंबर 2015 को इस मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आरोपी मानते हुए निचली अदालत से बेल मिली है। वे लोग दिल्ली हाईकोर्ट गया और कहा कि राजनैतिक विद्वेष से यह मामला चल रहा है किंतु दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि यह मामला रद्द नहीं होगा।
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट में सोनिया गांधी ने इस मामले को रद्द करने की मांग की सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्ट कहा कि हम हस्तक्षेप नहीं करेंगे। क्या सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की आस्था नहीं है। गौरव भाटिया ने दूसरा सवाल पूछते हुए कहा कि जब यंग इंडियन लिमिटेड के नियंत्रण करने का अधिकार सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पास है तब मोती लाल बोहरा पर ठीकरा क्यों फोड़ा जा रहा है?
जबकी गांधी परिवार के करीबी मोती लाल बोहरा इस दुनिया में नहीं है। इस मामले में मनी लॉंडिंग का मामला है। क्या यह सत्य नहीं है कि सोनिया गांधी के पास यंग इंडियान लिमिटेड के 38 प्रतिशत शेयर हैं और राहुल गांधी के पास 38 प्रतिशत शेयर है। दोनो को जोड़ने पर 76 प्रतिशत है। कानून के अनुसार जिसके पास 50 प्रतिशत से अधिक शेयर है उसका ही कंपनी पर नियंत्रण और निर्णय करने का अधिकार होता है।
गौरव भाटिया ने तीसरा सवाल पूछते हुए कहा कि क्यों कोटेक्स नामक कपंनी ने यंग इंडियन लिमिटेड को एक करोड़ रूपए का ऋण दिया? जबकि यंग इंडियन लिमिटेड के पास एक रूपए की संपत्ति नहीं है। इधर उधर की बात न कर, यह बता गांधी परिवार ने देश कयूं लूटां।गौरव भाटिया ने चौथा सवाल पूछते हुए कहा कि राहुल गांधी की जेब से एक रूपय नहीं लगा। कोटेक्स कंपनी की पहली किस्त 50 लाख रूपए यंग इंडियन में आया।
राहुल गांधी ने उस पहली किस्त 50 लाख रूपए एजेएल को दे दिया। इसके बाद एजेएल की 2000 करोड़ रूपए की संपत्ति यंग इंडियन में टांसफर हो गया। बिना पैसे खर्च किए राहुल गांधी 2 हजार करोड़ रूपए के मालिक कैसे बन गए? कृपया करके राहुल गांधी इसका उत्तर दे। गौरव भाटिया ने पांचवा सवाल पूछते हुए कहा कि एजेएल के पास दो हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति थी और एजेएल पर 90 करोड़ रूपए का ऋण था।
यह अलग बात है कि एक राजनैतिक दल अपने कार्यकर्त्ताओं से चंदा लेकर दूसरी कंपनी को ऋण कैसे दे सकती है? जब एजेएल के पास दो हजार करोड़ की संपत्ति थी तब उसमें से कुछ संपित्त बेचकर 90 करोड़ रूपए का ऋण क्यों नहीं चुकाया गया। गौरव भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी बार बार कहते हैं कि मैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से नहीं डरता हूं। जबकि राहुल गांधी भ्रष्टाचारी परिवार से हैं जिस परिवार के तीन सदस्य बेल पर बाहर हैं।
इस तरह का राजनीतिक परिवार देश में एक भी नहीं है। यह गांधी परिवार का टैक रिकार्ड है। राहुल गांधी को भ्रष्टाचार करने और देश की जांच एजेंसी को धमकी देने में डर नहीं लगता है। लेकिन राहुल गांधी को कानून से डर लगता है। गांधी परिवार के समर्थक एवं नेता ईडी को इडियट बुलाते हैं। जबकि ईडी ने 1.05 लाख करोड़ रूपए की अवैध संपत्ति जब्त किया है। देश को लूटने वाले को सजा दिलाने के लिए ईडी ने न्यायालयों में 992 चार्जशीट दायर किया है।
उसने 400 गिरफ्तारी की है और 25 लोगों को दोषी करार कराते हुए सजा दिलायी है। यह ईडी का टैक रिकार्ड है।राहुल गांधी अमेठी का चुनाव हार गए और उनके नकारापन इससे पता चलता है कि वे अपनी पार्टी को 40 चुनाव हरवा चुके हैं। संसद में उनकी उपस्थिति महज 40 प्रतिशत है। यह उनका टैक रिकार्ड है। गौरव भाटिया ने कहा कि शिवसेना के सांसद संजय राउत खुद पत्रा चाल घोटाला के एक आरोपी है।
उनकी पार्टी भी ऐसे दलील देती है कि यह राजनैतिक विद्वेष का मामला है। जबकि न्यायालय ने संजय राउत को और चार दिनों के लिए ईडी के रिमांड पर रखने का आदेश देती है।
वहीं पश्चिम बंगाल में टीएमसी के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के घरों पर ईडी की छापेमारी में गुलाबी नोटों का पहाड़ दिखा। देश को लूटने वालों से जब जांच एजेंसियां सवाल पूछती है तो जांच एजेंसी को पालतू एवं इडियट कहते हैं।
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