New terrorist organization Lashkar-e-Khalsa trying to attack in India

एजेंसियों ने सरकार को सौंपी खूफिया रिपोर्ट

नई दिल्ली ,04 अगस्त (आरएनएस/FJ)।  सरकार को लश्कर-ए-खालसा नाम के एक नए आतंकी संगठन के बारे में खुफिया जानकारी मिली है। यह आतंकी संगठन स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले या उसके दौरान राष्ट्रीय राजधानी और जम्मू-कश्मीर में भी हमले शुरू करने की योजना बना रहा है।

इसके बारे में कहा जाता है कि इसे पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई ने बनाया है। इसके पीछे कई अन्य आतंकी संगठन भी जुड़े हुए हैं।  आतंकी संगठन को लेकर इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने केंद्र सरकार को अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है।

यह रिपोर्ट बताती है कि लश्कर-ए-खालसा को विशेष रूप से पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों ने आईएसआई के सक्रिय समर्थन से भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए बनाया है।

सूत्रों के मुताबिक, आईबी ने अपनी 10 पन्नों की रिपोर्ट सरकार को सौंपी है। इसमें नए आतंकी संगठन के पूरे कामकाज का ब्यौरा दिया गया है। खूफिया एजेंसी ने कहा कि इस आतंकी संगठन को हाल ही बनाया गया है और इसमें अफगान लड़ाके भी शामिल हैं।

रिपोर्ट में राजस्थान के उदयपुर और महाराष्ट्र के अमरावती में हिंसक घटनाओं का जिक्र किया गया है। इन घटनाओं का जिक्र यह दिखाने के लिए किया गया है कि कैसे कट्टरपंथी समूह सक्रिय हैं, जो दंगा जैसी स्थिति पैदा कर सकते हैं।

सूत्रों ने कहा कि आईबी ने अपनी रिपोर्ट में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या का भी उल्लेख किया है। आबे को हाल ही में एक बंदूकधारी ने पीछे से एक हमला कर मार डाला था। सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को कार्यक्रमों के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यहां लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तिरंगा फहराएंगे। सूत्रों ने कहा कि रिपोर्ट में आईबी ने यह भी चेतावनी दी है कि लश्कर-ए-खालसा अफगानिस्तान और सूडान के नागरिकों पर हमला कर सकता है, जो वर्तमान में भारत में रह रहे हैं।

***********************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *