75 years of India's independence is being completed. 75 events on 75 years!

भारत की आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं इसलिए पिछले एक साल से अनेक कार्यक्रम चल रहे हैं। देश में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसके बाद के 25 साल को यानी आजादी के सौ साल पूरे होने तक के समय को अमृत काल कहा गया है। सो, चारों तरफ इस बात की होड़ लगी है कि 75 साल पूरे होने के मौके पर क्या ऐसा किया जाए, जिसमें 75 के अंक का इस्तेमाल हो।

सिर्फ सरकारी एजेंसियां ही इस होड़ में नहीं शामिल हैं, देश का निजी सेक्टर भी इस होड़ में शामिल हो गया है। अभी पूरे देश में सामानों की खरीद पर 75 फीसदी की छूट का ऐलान होने ही वाला है।बहरहाल, केंद्र सरकार ने 75 दिन तक वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज फ्री में लगाने का ऐलान किया है। यह सबसे कमाल का काम है। एक साल से ज्यादा समय से देश भर के लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगाई जा रही है।

इसका देश भर में प्रचार भी हुआ है और थैंक्यू मोदीजी का अभियान भी चला था। लेकिन अब 18 से 60 साल की उम्र के लोगों के लिए 75 दिन तक बूस्टर डोज फ्री में लगाने का अभियान चल रहा है। शुक्रवार यानी 15 जुलाई से यह अभियान शुरू हो गया। हकीकत यह है कि देश में बूस्टर डोज को लेकर बहुत उत्साह नहीं दिख रहा है।

देखते हैं कि 75 दिन के इस अभियान में क्या तेजी आती है।इसके बाद पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने एक अनोखी पहल की। मंत्रालय ने कहा है कि आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर देश के 75 समुद्र तटों की सफाई कराई जाएगी। सोचें, देश में समुद्र तटों की संख्या हजारों में है और हर जगह सफाई की जरूरत है। लेकिन आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर सिर्फ 75 समुद्र तटों की सफाई होगी।

इस विभाग के मंत्री जितेंद्र सिंह हैं। उन्होंने इसमें एक और खास काम किया है। इसकी शुरुआत तीन जुलाई को हुई थी और समापन 17 सितंबर को होगा, जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन है। उस दिन वैसे अंतरराष्ट्रीय समुद्र तट सफाई दिवस भी मनाया जाता है।इससे पहले खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2021 में अहमदाबाद में अमृत महोत्सव का आगाज कर दिया था।

उन्होंने कहा था कि आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर अगले 75 हफ्ते देश में हर दिन कोई न कोई कार्यक्रम होगा। उसी समय प्रधानमंत्री ने कहा था कि वे स्कूल-कॉलेजों से आग्रह करेंगे कि वे कानूनी लड़ाई की 75 घटनाएं तलाशें। उन्होंने 75 आइडिया, 75 घटनाएं, 75 उपलब्धियां, 75 संकल्प आदि की भी बात कही थी।

इस आधार पर देश भर में 75 को केंद्र में रख कर अभियान चल रहा है। कहीं 75 कविताएं लिखी जा रही हैं तो कहीं 75 निबंध लिखवाए जा रहे हैं।

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