The glory of Bihar's holy Chhath Puja now resonates in 54 French-speaking countries

पटना ,09 नवम्बर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। आस्था के महापर्व छठ की महिमा निराली है। ये त्यौहार सदियों से बिहार वासियों के मन में अपनी मिटटी और संस्कृति के प्रति लगाव और महान आस्था का संगम है। यह पर्व उन तमाम बिहारवासियों के लिए और खास हो जाता है जो इस वक्त देश-विदेश के किसी और हिस्से में होते हैं।

ऐसी ही कुछ निराली बात बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी डॉ कुमार आशीष के साथ सन 2006-2007 में यहां से 9000 किलोमीटर दूर फ्रांस में हुई थी।बिहार के जमुई जिला निवासी आईपीएस ऑफिसर डॉ कुमार आशीष के अनुसार 15 साल पहले जब वो फ्रांस में स्टडी टूर पर गए थे, तब वहां एक संगोष्ठी में कुछ फ्रेंच लोगों ने उनसे बिहार के बारे में कुछ रोचक और अनूठा बताने को कहा तो उन्होंने बिहार केमहापर्व छठ के बारे में विस्तार से उनलोगों को समझाया.

फ्रेंच लोग इससे काफी प्रभावित हुए और उन्होंने कहा कि इस विषय पर फ्रांस के साथ फ्रेंच बोलने-समझने वाले अन्य 54 देशों तक भी इस पर्व की महत्ता और पावन संदेश पहुंचाना चाहिए. स्वदेश लौटने के बाद आशीष ने इस पर्व के बारे मेंऔर गहन अध्ययन एवं बारीकी से शोध कर छठ पर्व को पूर्णत: परिभाषित करनेवाला एक लेख “Chhath Pouja: l’adoration du Dieu Soleil” लिखा जो कि भारत सरकार के अंग ”भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद् दिल्ली” के द्वारा फ्रेंच भाषा में “rencontre avec l’Inde” नामक किताब में वर्ष 2013 में प्रकाशित हुई।

इस लेख में आशीष ने छठ पर्व के सभी पहलुओं का बारीकी से विश्लेषण कर फ्रांसीसी भाषा के लोगों के लिए इस महापर्व की जटिलताओं को समझने का एक नया आयाम दिया है। शुरुआत में वे बताते हैं कि छठ मूलत: सूर्य भगवान् की उपासना का पर्व है  चार दिनों तक चलनेवाले इस पर्व में धार्मिक, सामाजिक, शारीरिक, मानसिक एवं आचारिक-व्यावहरिक कठोर शुद्धता रखी जाती है।

‘छठ’ शब्द सिर्फ दिवाली के छठे दिन का ही द्योतक नहीं है बल्कि ये इंगित करता है की भगवान् सूर्य की प्रखर किरणों की सकारात्मक ऊर्जा को हठ योग के छह अभ्यासों के माध्यम से एक आम आदमी कैसे आत्मसात कर सभी प्रकार के रोगों से मुक्त हो सकता है? इस पर्व के हर छोटे से छोटे विधान की योगिक और वैज्ञानिक महत्ता है, मसलन, साल में दो बार क्यों मनाया जाता है यह पर्व?

सूर्य की उपासना के वक़्त जल में खड़े रहने का आधार है? डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देने के पीछे का विचार है। पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी के सांसद प्रतिनिधि और भाजपा नेता राकेश सिंह ने कहा कि यह बहुत गौरव की बात है कि कुमार आशीष सारण के एसपी है पूर्ण विधान भाजपा नेता राकेश सिंह ने कहा कि कुमार आशीष के इस सराहनीय कार्य को लेकर उन्हें बहुत-बहुत बधाई और इसी तरह से बिहार का नाम रोशन करते रहे है।

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