अम्बाला 18 June (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) – हरियाणा के पानीपत के बराड़ा मर्डर केस में बड़ा खुलासा सामने आया है जिसके बाद पुलिस एक्शन मोड में है। इस मामले में सामने आया कि ढाई साल पहले विनोद का मर्डर सुपारी देकर करवाया गया था। जिसमें उसकी पत्नी अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पत्नी को ठिकाने लगाने के लिए इस सनसनीखेज वारदात में शामिल थी। पुलिस टीम ने आरोपी सुमित उर्फ बंटू निवासी गोहाना को सेक्टर 11/12 की मार्केट से गिरफ्तार कर पूछताछ की तो आरोपी ने अपना गुनाह स्वीकार लिया और कई खुलासे किए।
जिम ट्रेनर से हुआ पत्नी को प्यार
रिमांड के दौरान पूछताछ में आरोपी सुमित उर्फ बंटू ने पुलिस को बताया, साल 2021 में वह पानीपत की एक जिम में ट्रेनिंग देता था। विनोद की पत्नी निधि भी वहां एक्सरसाइज करने के लिए आती थी। इसी दौरान दोनों की दोस्ती हो गई। विनोद को उन दोनों के बारे में पता चला गया तो उसकी एक दो बार कहासुनी भी हुई। विनोद घर पर अपनी पत्नी निधि के साथ भी झगड़ा करने लगा। बाद में उसने और निधि ने विनोद की एक्सीडेंट में हत्या करवाने की साजिश रची।
भाड़े के शूटर, 10 लाख रुपए और घर खर्च
एसपी अजीत सिंह शेखावत ने बताया पूछताछ में आरोपी सुमित उर्फ बंटू ने बताया, वह जानकार ट्रक ड्राइवर देव सुनार उर्फ दीपक निवासी भटिंडा से मिला और उसको 10 लाख रुपए नकद और घर का सारा खर्च देने का प्रलोभन देकर वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार किया। सुमित ने देव सुनार को पंजाब नंबर की एक लोडिंग पिकअप गाड़ी दिलवाई।
देव सुनार ने 5 अक्टूबर 2021 को जान से मारने की नीयत से उक्त गाड़ी से सीधी टक्कर मारकर विनोद का एक्सीडेंट कर दिया। एक्सीडेंट मे विनोद की मौत नहीं हुई तो बाद में दोनों ने पिस्तौल से विनोद को मरवाने का प्लान बनाया। देव सुनार की जेल से जमानत करवाई और उसको दोबारा से तैयार कर अवैध हथियार उपलब्ध करवा माफी मांगने के बहाने विनोद बराड़ा के घर भेजा। इसके बाद 15 दिसंबर 2021 को देव सुनार ने घर में घुसकर पिस्तौल से विनोद बराड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी।
आरोपी सुमित उर्फ बंटू जेल में बंद देव सुनार के केस और घर पर परिवार का पूरा खर्च खुद दे रहा था। प्लान के अनुसार, निधि मार्च 2024 में अदालत में अपनी गवाही से मुकर गई। पुलिस कप्तान ने बताया कि पुलिस ने आरोपी निधि को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने सुमित उर्फ बंटू के साथ मिलकर उक्त वारदात को अंजाम देने के बारे में स्वीकार कर लिया। रिमांड अवधि पूरी होने पर पुलिस ने शनिवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया।
एक फोन से बदल गया केस
एसपी अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि आरोपी देव सुनार पानीपत जेल बंद था। पुलिस की ओर से कोर्ट में चालान पेश किया जा चुका था और मामला ट्रायल पर था। इसी बीच बीते दिनों पहले मृतक विनोद बराड़ा के भाई का वॉटसअप पर एक मैसेज आया। ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले भाई ने मामले में अन्य आरोपियों की संलिप्तता होने का संदेह जताया।
इसको गंभीरता से लेते हुए सीआईए थ्री प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक कुमार को जांच की जिम्मेदारी सौपी गई। जिसके बाद पुराने राज को फिर से खंगाला गया और गहनता से जांच की गई। जिसके बाद आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
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