नई दिल्ली ,13 जून (आरएनएस)। नेशनल हेराल्ड केस मामले में राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ खत्म हो गई है। ईडी ने करीब तीन घंटे तक कांग्रेस नेता से पूछताछ की और कई अहम सवालों पर जवाब मांगा। इस दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने पूछा कि आखिर उन्हें कैसे यंग इंडिया और एजेएल की डील से फायदा हुआ।
इसके अलावा राहुल गांधी से एजेंसी के अधिकारियों ने पूछा कि आपकी यंग इंडिया में क्या भूमिका थी और आप कैसे कंपनी के शेयरहोल्डर बने थे। यंग इंडिया लिमिटेड में राहुल गांधी की 38 फीसदी हिस्सेदारी है। राहुल गांधी से असिस्टेंड डायरेक्टर लेवल के अधिकारी ने पूछताछ की, जबकि पूरी प्रक्रिया डिप्टी डायरेक्टर और जॉइंट डायरेक्टर की निगरानी में हुई। इसके अलावा एक अधिकारी पूछताछ के दौरान राहुल गांधी के जवाबों को टाइप करता रहा।
यह पहला मौका है, जब राहुल गांधी से इस तरह पूछताछ की गई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी एजेंसी ने 23 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है। कांग्रेस की प्रवक्ता रागिनी नायक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उस दिन भी हम लोग सड़कों पर उतरेंगे और बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई का विरोध करेंगे।
इस बीच रॉबर्ट वाड्रा ने राहुल गांधी को समन जारी किए जाने को लेकर कहा कि यह सरकासोकर एजेंसियों के द्वारा परिवार को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने तो 15 बार एजेंसियों को जवाब दिए और 23,000 डॉक्यूमेंट्स सौंपे थे। उन्होंने कहा कि सितंबर 2021 में मुझे 72 नोटिस मिले थे। यह एक तरीका है कि कैसे विरोधियों को परेशान किया जाए। भाजपा के काम करने का यही तरीका है।
गौरतलब है कि राहुल गांधी आज सुबह 11.15 बजे ईडी के दफ्तर पहुंचे थे। इससे पहले वह अपने घर से प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस मुख्यालय पहुुंचे थे और फिर वहां से पैदल ही मार्च करते हुए ईडी दफ्तर तक आए।
इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे। हालांकि पुलिस ने ईडी के दफ्तर तक सिर्फ राहुल गांधी और प्रियंका को ही जाने की परमिशन दी। भूपेश बघेल, अशोक गहलोत, रणदीप सुरजेवाला, पी. चिदंबरम समेत तमान नेताओं को बाहर ही रोक लिया गया।
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