Chief Minister urges the Center to four-laning Basukinath and Deoghar roads

रांची, 10.06.2022 – मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर बासुकीनाथ से दुमका और डुमरी से देवघर सड़क को फोर लेन करने हेतु आग्रह किया है।

आस्था का केंद्र है देवघर और बासुकीनाथ धाम

मुख्यमंत्री ने पत्र के जरिए केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया है कि देवघर स्थित बैद्यनाथ धाम झारखण्ड का एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। हर साल श्रावण के महीने (जुलाई और अगस्त के बीच) में देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों भक्त यहां आते हैं और भगवान शिव को पवित्र गंगा जल चढ़ाते हैं। कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्षों से देवघर में श्रावणी मेला आयोजित नहीं किया गया है। हालांकि, कोरोना महामारी नहीं बढ़ने की स्थिति में इस साल मेला आयोजित होने की संभावना है।

सड़कों का नवीकरण जरूरी है

मुख्यमंत्री ने कहा है कि धार्मिक स्थल की ओर जाने वाली सड़कें भी अच्छी होनी चाहिए। श्रावण मास के दौरान श्रद्धालु नंगे पैर लंबी दूरी तय कर देवघर आते हैं। श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धालुओं के सुचारू एवं निर्बाध आवागमन के लिए देवघर एवं आसपास के क्षेत्र की सभी सड़कों की मरम्मत राज्य द्वारा अपने बजटीय संसाधनों से की जा रही है। देवघर से भक्त बासुकीनाथ मंदिर जाते हैं, जो देवघर से 40 किमी दूर है। ये दोनों स्थान एनएच 114 ए से जुड़े हैं, जिसकी स्थिति जर्जर है। एनएच 114 ए के किमी 68.5 (टॉवर चौक, दुमका) से किमी 87.53 (बासुकीनाथ) तक की दो लेन सड़क को चौड़ा और मजबूत करने के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वीकृत किया गया है। नवंबर 2021 में ठेकेदार को काम सौंपा गया था। लेकिन, ठेकेदार द्वारा संसाधन नहीं जुटा पाने के कारण कार्य को मार्च 2022 में रोक दिया गया। मरम्मत के अभाव में सड़क की हालत बद से बदतर हो गई है। वर्तमान सड़क की स्थिति और श्रावणी मेले के आलोक में राज्य सरकार के पास सड़क सुधार के लिए राज्य निधि के माध्यम से आवश्यक मरम्मत कार्य करवाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

रोड करिडोर के रूप में विकसित किया जा सकता है

मुख्यमंत्री ने कहा कि देवघर से बासुकीनाथ का काम एनएचएआई द्वारा फोर लेन की प्रक्रिया में है। मुख्यमंत्री ने आग्रह पूर्वक कहा है कि बासुकीनाथ से दुमका तक की वर्तमान अनुशंसित दो लेन सड़क को फोर लेन रोड करिडोर के रूप में विकसित किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि रांची से देवघर तक यातायात के प्रवाह को आसान बनाने के लिए डुमरी (एनएच-02 पर) से देवघर तक की सड़क को फोर लेने के रूप में विकसित किया जा सकता है। राज्य सरकार इसके लिए सभी तरह का सहयोग करने को तत्पर है।

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