चंडीगढ़ ,18 मार्च (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश सरकार को एसटीपी, सीवर लाइन आदि की सफाई के लिए रोबोट व मशीनरी का प्रयोग अनिवार्य करना चाहिए, ताकि गैस चढऩे से मेहनतकश कर्मियों की जान को बचाया जा सके।
साथ ही इनमें कर्मियों के उतरने पर तुरंत प्रभाव से पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
गरीब परिवारों के युवा सीवर लाइन या हौद में उतरने से लगातार अपनी जान गंवा रहे हैं, लेकिन भाजपा की प्रदेश सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि पलवल स्थित एशियन पेंट कंपनी में दो सफाई कर्मियों की मौत के मामले में प्रबंधन के खिलाफ हत्या का केस प्रदेश सरकार को दर्ज कराना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार मृतकों के परिजनों को तुरंत प्रभाव से 30-30 लाख रुपये मुआवजा देना चाहिए। सीवर व एसटीपी में होने वाली मौतों के मामले में हरियाणा देश में तीसरे स्थान पर है, इससे ज्यादा शर्म की बात प्रदेश के लिए नहीं हो सकती। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज रोबोट का युग है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जमाना है।
सरकार को चाहिए कि निजी व सरकारी सीवर लाइनों की सैटेलाइट मैपिंग कराए और थ्री-डी तकनीक का सहारा लेते हुए इनकी सफाई कराए। इसके लिए अगर रोबोट खरीदने पड़े तो खरीद ले, लेकिन लोगों की जान जाने से जरूर बचाए।
सफाई कर्मियों को एसटीपी, हौद व सीवर लाइनों में उतारने के जिम्मेदार अफसरों, कंपनियों पर ठोस कार्रवाई न होने की वजह से भी उनके हौंसले बुलंद हैं और वे बार-बार नियमों की अवहेलना कर रहे हैं।
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