नई दिल्ली ,15 फरवरी (एजेंसी)। अगर आपने कल के लिए कोई आवश्यक प्लान बनाया है तो उस प्लान से पहले भारत बंद के आह्वान पर एक नजर दौड़ा लें। दरअसल देशभर के किसान संगठन 3-4 दिनों से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर डटे हुए हैं और 16 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के साथ मिलकर केंद्र सरकार के समक्ष अपनी मांगों को रखने के लिए 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद (देशव्यापी हड़ताल) का आह्वान किया है।
यह देशव्यापी हड़ताल 16 फरवरी को सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक रहेगी। भारत बंद के अलावा, आंदोलनकारी किसान दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक मुख्य सड़कों पर बड़े पैमाने पर चक्का जाम में भी शामिल होंगे। इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल के कारण परिवहन, कृषि गतिविधियां, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) ग्रामीण कार्य, निजी कार्यालय, गांव की दुकानें और ग्रामीण औद्योगिक और सर्विस सेक्टर के संस्थान बंद रहने के आसार हैं।
कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया है कि भारत बंद के दौरान इमरजेंसी सेवाएं जैसे एम्बुलेंस, अखबार वितरण, विवाह, मेडिकल स्टोर्स, बोर्ड परीक्षा के लिए जाने वाले छात्र -छात्राओं आदि को प्रभावित होने की संभावना नहीं है। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के साथ ही ऑटो चालक, कैंटर और ट्रक व टैक्सी ड्राइवर भी हिट एंड रन कानून के खिलाफ चक्का जाम में शामिल होंगे।
सीटू से संबद्ध द ट्रांसपोर्ट वर्कर्स यूनियन हरियाणा के राज्य प्रधान शरबत पूनिया व महासचिव सतीश सेठी ने दावा किया कि शुक्रवार को सभी रोडवेज बसों का चक्का जाम रहेगा। रोडवेज कर्मचारी यूनियनों ने रोडवेज बसों का चक्का जाम करने की घोषणा की है। इस दौरान फल-सब्जियों और दूध की सप्लाई भी प्रभावित रहने के आसार हैं।
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