नई दिल्ली 18 Jan, (एजेंसी): ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ की कामयाबी से उत्साहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब ‘मोदी की गारंटी’ वाली गाड़ी को फरवरी महीने में भी चलाने की घोषणा कर दी है।
देशभर के विभिन्न शहरों से जुड़े ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के हजारों लाभार्थियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “विकसित भारत संकल्प यात्रा के 2 महीने पूरे हो चुके हैं। इस यात्रा में चलने वाला विकास रथ, विश्वास रथ है और अब इसको लोग गारंटी वाला रथ भी कह रहे हैं। ये विश्वास है कि कोई भी वंचित नहीं रहेगा, कोई भी योजनाओं के लाभ से नहीं छूटेगा।
जिन गांवों में मोदी की गारंटी वाली गाड़ी अभी नहीं पहुंची है, वहां अब इसका बेसब्री से इंतजार हो रहा है। और, इसलिए पहले ये यात्रा 26 जनवरी तक हमने सोची थी, लेकिन, इतना समर्थन मिला है, इतनी मांग बढ़ी है, गांव-गांव से लोग कह रहे हैं कि ‘मोदी की गारंटी’ वाली गाड़ी हमारे यहां आनी चाहिए। जब ये मुझे पता चल रहा है तो मैंने सरकार के हमारे अफसरों से कहा है कि अब भई 26 जनवरी तक नहीं, थोड़ा आगे बढ़ाओ। लोगों को जरूरत है, लोगों की मांग है तो इसको जरा हमें पूरा करना होगा। इसलिए, शायद थोड़े दिन के बाद तय हो जाएगा ये मोदी की गारंटी वाली गाड़ी शायद फरवरी महीने में भी चलाएंगे।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “जब 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा के आशीर्वाद से, हमने ये यात्रा शुरू की थी, तो इसकी इतनी सफलता की कल्पना नहीं की थी। बीते दिनों में मुझे कई बार इस यात्रा से जुड़ने का अवसर मिला। अनेकों लाभार्थियों से मेरी खुद बातचीत हुई। सिर्फ दो महीने में विकसित भारत संकल्प यात्रा, एक जनआंदोलन में बदल गई है। जहां भी मोदी की गारंटी वाली गाड़ी पहुंच रही है, लोग बहुत अपनेपन के साथ स्वागत कर रहे हैं। विकसित भारत संकल्प यात्रा से अब तक 15 करोड़ लोग जुड़ चुके हैं। देश की लगभग 70-80 प्रतिशत पंचायतों तक ये यात्रा पहुंच चुकी है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ का सबसे प्रमुख ध्येय ऐसे लोगों तक पहुंचना था, जो किसी ना किसी वजह से अब तक सरकार की योजनाओं से वंचित रहे और मोदी ऐसे लोगों को पूजता है, मोदी ऐसे लोगों को पूछता है, जिनको किसी ने नहीं पूछा। आज कोई अध्ययन करे तो पाएगा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा जैसा अभियान लास्ट माइल डिलीवरी का सबसे बेहतरीन माध्यम है। इस यात्रा के दौरान 4 करोड़ से ज्यादा लोगों का हेल्थ चेकअप हुआ है।
ढाई करोड़ लोगों की टीबी की जांच हुई है, जनजातीय क्षेत्रों में 50 लाख से ज्यादा लोगों की सिकल सेल एनीमिया के लिए स्क्रीनिंग हुई है, 50 लाख से ज्यादा आयुष्मान कार्ड दिए गए हैं, 50 लाख से ज्यादा लोगों ने बीमा योजनाओं के लिए आवेदन किया, 33 लाख से ज्यादा नए लाभार्थी, पीएम किसान योजना से जोड़े गए, 25 लाख से ज्यादा नए लाभार्थी किसान क्रेडिट कार्ड के जोड़े गए, 22 लाख से ज्यादा नए लाभार्थियों ने मुफ्त गैस कनेक्शन के लिए अप्लाई किया और 10 लाख से ज्यादा लोगों ने पीएम स्वनिधि का लाभ उठाने के लिए आवेदन दिया।
उन्होंने अपने सरकार के कार्यकाल के दौरान गरीबों और वंचितों के लिए किए गए कई कामों का जिक्र करते हुए कहा कि अभी एक ताजा रिपोर्ट आई है जो बताती है कि पिछले 9 वर्षों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। उन्होंने देश के किसानों, युवाओं, आदिवासियों, वंचितों और महिलाओं के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए यह भी कहा, “हमारी सरकार कैसे वंचितों को वरीयता दे रही है, इसका एक उदाहरण ट्रांसजेंडर समाज भी है, हमारा किन्नर समाज है। और, अभी मैं किन्नर समाज के प्रतिनिधि से विस्तार से बात कर रहा था, आपने सुना होगा।
”आजादी के बाद इतने दशकों तक ट्रांसजेंडर्स को किसी ने नहीं पूछा। ये हमारी सरकार है, जिसने पहली बार हमारे किन्नर समाज की मुश्किलों की चिंता की, उनका जीवन आसान बनाने को प्राथमिकता दी। हमारी सरकार ने साल 2019 में किन्नर समाज के अधिकारों को संरक्षण देने वाला कानून बनाया। इससे किन्नर समाज को समाज में सम्मानजनक स्थान मिलने के साथ ही उनके साथ होने वाले भेदभाव को भी खत्म करने में मदद मिली।
सरकार ने हजारों लोगों को ट्रांसजेंडर पहचान प्रमाण पत्र भी जारी किया जो अभी किन्नर समाज के प्रतिनिधि ने कहा कि उन्होंने आई-कार्ड दिए हैं सबको। उनके लिए सरकार की योजना है और वो किन्नर समाज हमारी मदद भी कर रहा है। और, जैसा अभी कुछ देर पहले हुए संवाद में जाहिर हुआ है, गरीब कल्याण की विभिन्न योजनाओं का लाभ भी हमारे किन्नर समाज को लगातार मिल रहा है।”
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