जम्मू ,16 दिसंबर (एजेंसी)। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशुल गर्ग ने शनिवार को नए साल 2024 की शुरुआत से पहले परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा के लिए मंदिर की सुरक्षा और परिचालन तैयारियों की व्यापक समीक्षा करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों तथा आध्यात्मिक विकास केंद्र के अन्य हितधारकों के साथ बैठक की। बैठक में श्री गर्ग ने इस बात पर जोर दिया कि नया साल 2024 करीब आ रहा है और बोर्ड को आधार शिविर कटरा के अलावा श्री माता वैष्णो देवी जी के पवित्र मंदिर में देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से काफी संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है।
उन्होंने सभी हितधारकों के बीच तालमेल की आवश्यकता पर बल दिया। एसएमवीडीएसबी के अध्यक्ष एवं प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के निर्देशों के अनुरूप यात्रा के सुचारू परिचालन ध्यान केंद्रित करते हुए उन्होंने कहा कि सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के अलावा सीसीटीवी के जरिए भवन और कटरा के रास्ते में निगरानी की जाएगी। इसके अलावा हितधारक यह सुनिश्चित करेंगे कि तीर्थयात्री, यात्रा पर निकलने से पहले, हर समय एक वैध आरएफआईडी कार्ड पहनें, क्योंकि वे यात्रा के दौरान विभिन्न सुविधाओं से जुड़े हुए हैं और किसी भी तीर्थयात्री को वैध आरएफआईडी कार्ड के बिना यात्रा शुरू करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने सभी प्रवेश बिंदुओं पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधियों को और अधिक सतर्क रहने का निर्देश दिया, ताकि बिना जांच और पंजीकरण के कोई भी तीर्थयात्री अपनी तीर्थयात्रा के लिए ट्रैक पर प्रवेश न कर सके। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने प्रभावी भीड़ प्रबंधन द्वारा परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा के लिए विभिन्न मोर्चों पर कार्रवाई करने, ट्रैक पर और कटरा शहर में होल्डिंग क्षेत्रों को बढ़ाने, पूरे ट्रैक, विशेष रूप से भवन में पार्वती भवन के क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करने की योजना पर काम करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लॉकर, वॉशरूम और वेटिंग हॉल जैसी सुविधाएं, भवन में प्रवेश और निकास मार्गों का सख्त विनियमन और 700 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के नेटवर्क के माध्यम से हर समय निगरानी की जाएगी।
इस दौरान सीईओ ने आपदा प्रबंधन उपायों के विभिन्न घटकों की भी समीक्षा की और उन्हें ट्रैक पर भीड़ कम करने के लिए नियमित घोषणाएं करने का निर्देश दिया। बोर्ड के अध्यक्ष की ओर से जारी निर्देश के मद्देनजर वाहनों की आवाजाही, स्वच्छता, पीने के पानी की व्यवस्था और कटरा शहर में अंधेरे वाले स्थानों की रोशनी के साथ-साथ गहन जांच के बाद जहां भी आवश्यक हो भौतिक और व्यवस्थित सुधार के लिए निर्देश दिए गए।
उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों और अन्य हितधारकों को ट्रैक पर किसी भी संदिग्ध तत्व को विफल करने के लिए पोनी पोर्टर्स की पुष्टि और जनगणना करने की आवश्यकता पर बल दिया।
बैठक में उधमपुर-रियासी रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (डीआइजी) मोहम्मद सुलेमान चौधरी ने नए साल पर तीर्थयात्रियों की अपेक्षित आमद के प्रबंधन में आने वाले दिनों में तैनात सुरक्षा बलों के लिए प्रमुख चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि अनुरोध के अनुसार सुरक्षा और प्रभावी यात्रा प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय में कटरा के आसपास और भवन के रास्ते में ट्रैक पर अतिरिक्त बल तैनात किए जाएंगे।
बैठक में रियासी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कमांडेंट (सीआरपीएफ) ने एक विस्तृत सुरक्षा ग्रिड प्रस्तुत किया और नए साल की शुरुआत में पवित्र तीर्थस्थल के रास्ते में क्यूआरटी (त्वरित प्रतिक्रिया टीमों) की तैनाती के अलावा विभिन्न सुरक्षा उपायों पर चर्चा की। बहुस्तरीय सुरक्षा ग्रिड में पुलिस, सीआरपीएफ और अन्य अर्धसैनिक बल शामिल हैं।
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