Mani Shankar Aiyar's autobiography really exposes the idea of Gandhi family Sambit Patra

नई दिल्ली , 24 अगस्त(एजेंसी)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने  कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की नवीनतम पुस्तक और उनके वक्तव्य पर निशाना साधते हुए कहा कि ये मणिशंकर अय्यर की आत्मकथा नहीं, बल्कि एक शोध पत्र है, जो गांधी परिवार और घमंडिया गठबंधन की आत्मा और उनके विचार को उजागर करता है।  संबित पात्रा ने कहा कि मणिशंकर अय्यर लोकसभा चुनाव 2024 से पहले अपनी आत्मकथा को लेकर एक बार फिर से प्रकट हुए है। मणिशंकर अय्यर को फ्रिंज एलीमेंट के रूप बताया जाता है, किन्तु वे फ्रिंज एलीमेंट नहीं, बल्कि गांधी परिवार के मुकुट मणि हैं।

गांधी परिवार के निकटमतम व्यक्तियों में से कोई राजनेता हैं, तो वह मणिशंकर अय्यर हैं। गांधी परिवार के मुकुट में सर्वाधिक चमकने वाला मणि अगर कोई है, तो वह मणिशंकर अय्यर हैं। मणिशंकर अय्यर को गांधी परिवार के विचारों का प्रस्तुतकर्ता बताते हुए डॉ पात्रा ने कहा कि मणिशंकर जी के बयान में सिर्फ उनके भाव नहीं होते हैं। वास्तव में जिह्वा मणिशंकर अय्यर की होती है, लेकिन विचार गांधी परिवार का होता है। जब भी लोकसभा चुनाव करीब आता है, तो चुनाव से ठीक पहले ‘एक परिवार’ द्वारा मणिशंकर अय्यर के माध्यम से कुछ प्रॉक्सी विषय रखवाए  जाते हैं. विषय रखते ही गांधी परिवार का ये मुकुट मणि चमकने लग जाता है।

मणिशंकर अय्यर के पूर्व के बयान का जिक्र करते हुए डॉ पात्रा ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2014 से पहले यही मणिशंकर जी ने एनडीए के प्रधानमंत्री उम्मीदवार  नरेन्द्र मोदी के बारे में नाक-भौं सिकोड़ते हुए कहा था कि ये आदमी देश का प्रधानमंत्री कभी नहीं बन सकता। वह आदमी ज्यादा से ज्यादा दिल्ली में होने वाले कांग्रेस पार्टी के सम्मेलन के बाहर टेंट लगाकर चाय बेचने का काम करे। इसके बाद देश की जनता ने माननीय नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की भारी बहुमत की सरकार बनायी। पात्रा ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 से पहले गांधी परिवार के इसी मुकुट मणि मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान जाकर कहा था कि मोदी को हराना होगा, मोदी को हटाना होगा। मणिशंकर अय्यर ने 2019 के चुनाव से पहले यह भी कहा था कि नरेन्द्र मोदी एक ‘नीच आदमी’ है।

उनके इस बयान पर देश के सभी लोग आश्चर्यचकित रह गए थे कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग कोई कैसे कर सकता है। इस प्रकार घमंड से भरे बयान और घमंड से भरे नेताओं को जनता ने अपना निर्णय सुना दिया और इस स्थिति में पहुंचा दिया कि कांग्रेस पार्टी को संसद में विपक्ष का दर्जा तक नहीं मिल पाया। पात्रा ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले मुकुट मणि फिर से चमकने लगे हैं। इस बार मणिशंकर अय्यर अनेक विषयों पर बोले हैं, किन्तु मुख्यतः तीन विषय ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने थ्री-P पर बोला है, पी-1 परिवारवाद, पी-2 पक्षपात हिन्दूओं के खिलाफ और पी-3 पाकिस्तान।

ये तीनों विषय घमंडिया गठबंधन का सबसे पसंदीदा विषय रहा है, जिस पर मणिशंकर जी ने अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया है। वास्तव में घमंडिया गठबंधन की आत्मा को मणिशंकर अय्यर ने आत्मकथा के रूप में प्रस्तुत किया है। परिवारवाद को लेकर मणिशंकर अय्यर ने पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के लिए जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया है, उससे स्पष्ट लगता है कि गांधी परिवार से बाहर का कोई भी व्यक्ति प्रधानमंत्री बन जाए, तो कांग्रेस उसे कदाचित सह नहीं सकती है, भले ही वह कांग्रेस का नेता ही क्यूं ना हो? पीवी नरसिम्हा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे, किन्तु कांग्रेस के प्रथम परिवार गांधी परिवार से नहीं थे, जबकि पीवी नरसिम्हा राव ने बतौर प्रधानमंत्री पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था। लगता है कि इसी वजह से मणिशंकर अय्यर जी से कहलवाया गया कि ये तो भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री थे, कांग्रेस पार्टी के नहीं। संबित पात्रा ने कहा कि सोनिया गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के मृत शरीर को कांग्रेस मुख्यालय में लाने से साफ़ मना कर दिया था।

अनेक वर्षों बाद मणिशंकर अय्यर ने अपनी आत्मकथा और प्रेसवार्ता में उसी नजरिया को प्रस्तुत किया है।  पात्रा ने 2017 एक एक वाकये का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में जब राहुल गांधी की ताजपोशी हो रही थी, तब मीडिया ने उनसे पूछा था कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं होगा क्या? उस वक्त मणिशंकर अय्यर ने कहा कि शाहजहां के बाद औरंगजेब राजा बन गया था, तब कौन सा चुनाव हुआ था? जब औरंगजेब आराम से राजा बन गया, तो राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बन गए तो कौन सी बड़ी बात हो गयी। मणिशंकर अय्यर का यह बयान परिवारवाद के भक्त की पराकाष्ठा है।

कांग्रेस द्वारा हिन्दूओं के खिलाफ ‘पक्षपात’ करने का आरोप लगाते हुए डॉ पात्रा ने कहा कि हिन्दूओं के खिलाफ पक्षपात सिर्फ कांग्रेस ही नहीं करती, बल्कि यही घमंडिया गठबंधन का मुख्य आधार है। जब देश में श्रीराम मंदिर का निर्माण हो रहा है और देश की जनता शांतिप्रिय तरीके से इसका निमार्ण होते देख रही है, उस वक्त  मणिशंकर अय्यर कहते हैं कि मैं बाबरी मस्जिद का पक्षधर हूं। यह ‘मैं’, मैं नहीं, बल्कि घमंडिया गठबंधन है। यही कांग्रेस पार्टी की मूल विचारधारा भी है।

संबित पात्रा ने कहा कि ये वही मणिशंकर अय्यर हैं, जो लोकसभा चुनाव 2019 से पहले कहा था कि जब अयोध्या के महल में 10 हजार कमरे थे, तो भारतीय जनता पार्टी या कोई हिन्दू कैसे प्रमाणित कर सकता है कि किस कमरे में श्रीराम का जन्म हुआ था। इस प्रकार के घृणित शब्दों का प्रयोग करने वाले मणिशंकर अय्यर ने पक्षपात करके एक बार फिर से हिन्दुओं की आस्था पर कुठाराघात किया है।

संबित पात्रा ने कहा कि तीसरा ‘पी’ अर्थात पाकिस्तान। के बगैर कांग्रेस पार्टी और मणिशंकर अय्यर जी पाकिस्तान के बगैर जिंदा ही नहीं रह सकते हैं। अगर पाकिस्तान परेशान है, पाकिस्तान के ऊपर सर्जिकल स्ट्राइक हो जाए, या एयर स्ट्राइक हो जाए, तो कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार की छटपटाहट बढ़ जाती है।

चंद्रयान-3 की सफलता पर कांग्रेस के रवैये पर आक्रोशित होते हुए डॉ पात्रा ने कहा कि यह गर्व की बात है कि चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतर गया। लेकिन देश के लिए ऐसे गौरवशाली क्षणों में भी  मणिशंकर अय्यर कहते हैं कि भारत कभी विश्व गुरु नहीं बन सकता, क्योंकि भारत पाकिस्तान को नजर अंदाज कर रहा है। मणिशंकर अय्यर जी का कहना है कि यदि भारत पाकिस्तान से बातचीत करके शांति स्थापित नहीं कर सकता है, तो भारत आगे बढ़कर विश्व को लीड कर ही नहीं सकता।

मणिशंकर अय्यर ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी सर्जिकल स्टाइक तो करा सकते हैं, किन्तु पाकिस्तान से बातचीत नहीं कर सकते हैं। इससे पहले हमारे प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह जी पाकिस्तान से बातचीत कर रहे थे। भारत की क्षमता पर प्रश्न चिन्ह लगाने वाली कांग्रेस पार्टी को चेतावनी देते हुए डॉ पात्रा ने कहा कि सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी और मणिशंकर अय्यर जी, आप कान खोलकर सुन लें कि आप भारत को कितना भी बददुआ दें, भारत ने अपने हजारों वर्ष की तपस्या और भारतीयों के परिश्रम के बल पर एक नए कीर्तिमान को स्थापित किया है।

इसलिए कांग्रेस का यह कहना कि भारत कभी नंबर एक नहीं बन सकता है, यह शत-प्रतिशत गलत है।  नरेन्द्र मोदी जी ने स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकती है। प्रधानमंत्री जी ने आतंकवाद पर जीरो टालेरेंस की नीति अपनायी है और कहा भी है कि आतंकवाद को कतई नहीं सहेंगे, आंख मिलाकर बात करेंगे। कांग्रेस पार्टी ने आंख झूका करके देश को झुकाने का काम किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज आंख मिलाकर बात कर रहे हैं, जो जैसा है उसे वैसा ही जवाब दे रहे हैं।

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