शिमला ,23 अगस्त (एजेंसी)। चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल (एलएम) बुधवार शाम चंद्रमा की सतह पर उतर गया। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल ने शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग की।
हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश से हुई तबाही के बीच लोगों में चंद्रयान-3 को लेकर खासा उत्साह देखा गया। लोग विभिन्न माध्यमों से लैंडर की लैंडिंग को लेकर पल-पल की जानकारी लेते रहे। लोगों ने टीवी व मोबाइल फोन पर चंद्रयान-3 के एलएम की लाइव लैंडिंग देखी। कई लोग सफल लैंडिंग की उम्मीद लिए टीवी से चिपके रहे।
आखिरकार जब लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरा, तो लोग खुशी में झूम उठे। लोगों ने चेहरों पर मुस्कान के साथ तालियों बजाकर चंद्रयान-3 मिशन की सफलता की खुशी जाहिर की। मालरोड पर कई लोगों ने मिशन को टीवी शो रूम में लाइव देखा।
भाजपा प्रदेश कार्यालय में भी जश्न
भाजपा मुख्यालय दीप कमल चक्कर शिमला में चंद्रयान-3 मिशन को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, महामंत्री बिहारी लाल शर्मा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने देखा। इस दौरान भाजपा मुख्यालय भारत माता की जय और तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा।
कार्यकर्ताओं ने पटाखे जलाकर और तिरंगा फहराकर भारत की इस विजय का जश्न मनाया। वहीं, सिरमौर जिले के नाहन के बड़ा चौक पर लैंडर मॉड्यूल की लैंडिंग देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए।इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, सांसद सुरेश कश्यप, सहित भाजपा कार्यकर्ता व अन्य लोग मौजूद रहे।
चांद पर लैंडिंग होते ही लोग ढोल की थाप पर झूमने लगे। पूरा क्षेत्र भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा। वहीं, कुल्लू व अन्य जिलों में भी जश्न मनाया गया।
सीएम ने चंद्रयान के सफल लैंडिंग पर वैज्ञानिकों को दी बधाई
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए ईसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी। सुक्खू ने कहा कि भारत के लिए यह ऐतिहासिक और यादगार क्षण है। आज हमारा देश चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। उन्होंने कहा कि देश के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया है।
भारत ने विश्व में नाम रोशन किया है। इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए वे लंबे समय से दिन-रात मेहनत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह भारत के वैज्ञानिकों की बड़ी जीत है। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 1962 में अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी की स्थापना की थी। इससे भारत के अंतरिक्ष अभियानों के लिए मजबूत नींव रखने का मार्ग प्रशस्त हुआ। सीएम ने राज्य सचिवालय चंद्रयान मिशन तीन को देखा।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग भारत की मून मिशन की बड़ी उपलब्धि: प्रो. महावीर
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के भौतिकी विज्ञान विभाग के प्रोफेसर और साइंटिस्ट प्रो. महावीर सिंह ने कहा कि पिछले 50 साल से भारत के चल रहे मून मिशन की यह बड़ी सफलता है। चांद पर चंद्रयान-3 लैंडर की सफल और सुरक्षित लैंडिंग से भारतीय वैज्ञानिकों ने विश्व में अपना लोहा मनवाया है। भारत साऊथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला विश्व में पहला देश बन गया है।
इस सफलता से चांद पर जीवन की संभावनाओं को तलाशने में मदद मिलेगी, वहां पानी, वहां उपलब्ध खनिज की उपलब्धता का पता लगाया जा सकेगा। इससे मनुष्य का चांद पर बस्ती बसाने का सपना साकार करने में मदद मिलेगी। चूंकि चंद्रयान वहां से फोटो सहित इसमें लगे सेंसर के माध्यम से बहुमुल्य जानकारी देगा। इस सफलता के बाद भारत स्पेश मिशन में आय अर्जित करने का माध्यम भी बनेगा। चूंकि भारत वहां से आने वाली जानकारी को विभिन्न देशों के स्पेश मिशन के लिए उपलब्ध करवाएगा।
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