Madhya Pradesh got the title of Bimaru state in the Congress government Union Home Minister Amit Shah

भोपाल,20 अगस्त (एजेंसी)। राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शिवराज सरकार के 20 साल (2003-2023) का रिपोर्ट कार्ड पेश किया है। इसी कार्यक्रम में शाह द्वारा ‘गरीब कल्याण महाअभियानÓ की भी शुरुआत की।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गरीब कल्याण महाअभियान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एक दौर था मध्यप्रदेश में जब मध्यप्रदेश बीमारू राज्य कहा जाता था। ग्वालियर चंबल में शाम के पांच बजे निकलना मुश्किल हो जाता था। उस बीमारू राज्य के तमगा से मुक्ति मिली है।

डबल इंजन की सरकार ने विकास के नए आयाम गढ़े हैं। देश की जीडीपी में हमारा योगदान पहले 3.6 प्रतिशत था। आज 4.8 फीसदी है। हम तेज गति से आगे बढ़े है। सड़कों का जाल हो, सिंचाई में जो चमत्कार हुआ है मुझे कहने की आवश्कता नहीं है। 2014 के बाद पीएम मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश की प्रगति और विकास को नई गति और दिशा मिली है।

2003 तक केवल 23 हजार करोड़ का बजट था। उसके एक लाख करोड़ करने में 2012 आ गए। हम 2020-21 में 3 लाख 14 हजार करोड़ का पार किया है।

पीएम मोदी ने एमपी की प्रगति और विकास में सहयोग करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब 122-123 आवास मिलने लगे हैं। महिला सशक्तिकरण हुआ। आजादी के अमृतकाल में 2047 तक पीएम मोदी ने जो देश को दुनिया का सबसे समृद्ध राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है उसे पूरा करने में एमपी कोई कसर नहीं छोड़ेगा। हम एमपी को देश का अग्रणी राज्य बनाएंगे।

मध्यप्रदेश राज्य का गठन 1956 में हुआ। विंध्य प्रदेश, भोपाल स्टेट में कांग्रेस का शासन था। 53 वर्ष कांग्रेस का शासन था। आज जो लोग दावा कर रहे हैं उन्हें सबसे पहले 53 साल के विकास कार्य की रिपोर्ट रखनी चाहिए। 1980 के दशक में आशीष बोस ने राजीव गांधी को एक पेपर प्रस्तुत किया था, जिसमें बीमारू शब्द का जिक्र किया था। बीमारू राज्य का शब्द प्रयोग चार राज्यों के पहले अक्षरों से लिया गया था।

जो कि मध्यप्रदेश, बिहार, राजस्थान और उत्तरप्रदेश से लिया गया था। सभी सर्वेक्षणों ने भी इन राज्यों को भारत की ग्रोथ में बाधा को वर्णित किया गया था। बंटाधार सरकार को हटाकर प्रदेश के लोगों ने ऐतिहासिक निर्णय लिया था। शिवराज सिंह के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने बीमारू राज्य से मुक्ति दिलाने का काम किया है। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने का भी काम किया गया है।

हर दृष्टि से एक आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने का काम किया गया है। एमपी को देश के सबसे विकसित राज्य की श्रेणी में रखने और संपूर्ण आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हम काम करेंगे। जिसे बंटाधार कहा जाता था वो आज विकसित है। आज समृद्ध और खुशहाल राज्य की श्रेणी में एमपी शामिल है।

बुंदेलखंड से लेकर बघेलखंड तक, विंध्य से लेकर मालवा तक और भोपाल से लेकर प्रदेश की हर चौपाल तक खुशहाली पहुंचाने का काम भाजपा ने किया है। 10 साल से डबल इंजन की सरकार है। मोदी ने एमपी को मन खोलकर दिया है। यहां की जनता ने भी झोलियां भर-भरकर वोटें देकर जिताया है। मैं विश्वास के साथ कह रहा हूं एक सीट की कमी है। 2024 में एमपी की जनता इसे भी पूरा कर दूंगी।

मोदी के नेतृत्व में यहां शिवराज सिंह ने हर योजना को नीचे पहुंचाया है। हम इस नींव पर एक बहुत बड़ी इमारत खड़ी करने जा रहे हैं। 14 करोड़ लोग, यानी 10 करोड़ भारतीय गरीबी रेखा से ऊपर आ चुके है। मोदी को गरीब, गरीब कल्याण का पुरोधा मानते हैं। उन्होंने हर क्षेत्र में प्रगति की है। शिवराज सिंह के नेतृत्व में ढेर सारे परिवर्तन हुए है। बंटाधार और कमलनाथ इन चीजों का जवाब दें। 3 लाख 14 हजार के बजट पर हमने पहुंचाया है। इसका जवाब कमलनाथ दें।

प्रति व्यक्ति आय जो राज्य के विकास के लिए होती है। आप 11 हजार 700 रुपये छोड़ कर गए थे। भाजपा ने एक लाख 40 हजार रुपये किया है। मोदी और शिवराज की जोड़ी ने एमपी को यहां तक पहुंचाया है। पहले जो सड़क थी, गड्ढे में सड़क थी, कि सड़क में गड्ढे में थे। इसकी जगह अब पांच लाख 10 हजार किमी सड़कें यहां बनाई गई हैं।

आठ गुना से ज्यादा सड़कें बनी हैं। विकास दर साढ़े छह गुना बढ़ी है। एमएसपी की बात करते हैं कमलनाथ मैं बताना चाहता हूं। जब बंटाधार छोड़कर गए थे। तब गेहूं की एमएसपी 4 लाख 38 हजार टन थी आज 70 लाख 96 हजार मैट्रिक टन पर पहुंच गई है। आईआईटी की संख्या आज 1014 है। पर्यटकों की संख्या 64 लाख थी अब 9 करोड़ को पार कर गई है।

मैं कांग्रेस के नेताओं का अव्हान करना चाहता हूं। आप एमपी की जनता को गुमराह करना बंद कीजिए और 50 सालों का रिपोर्ट कार्ड लेकर आइए। कांग्रेस ने क्या दिया एमपी को। आंकड़े लेकर एमपी की जनता के सामने आइए। आप नही आएंगे इसलिए मैं आपके सामने आया हूं।
मोदी ने योजनाएं बनाने में कमी नहीं छोड़ी और किसी तरह की कटौती नहीं की है।

पहले टुकड़े में विकास होता था। पहले 25 हजार शौचालय बनाने थे अब हर घर में शौचालय है। हर गरीब के घर में गैस सिलेंडर पहुंचना चाहिए। हमारे पीएम मोदी ने संपूर्ण विकास किया है इसलिए उन्हें बार-बार जनादेश प्राप्त होता है। पांच वित्तीय वर्षो में हमने 72 हजार किमी सड़कों की लंबाई बढ़ाई है। इधर उधर की बात मत कीजिए। एमपी काफिला क्यों लूटा इसका जवाब दीजिए। सबसे बड़ा सौर्य ऊर्जा प्लांट खंडवा में बन रहा है। ओंकारेश्वर में अद्वैत वेदांत संस्थान बन रहा है।

मध्यप्रदेश की उपलब्धियों को देखें तो प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है। सड़कों बनी हैं। सिंचाई क्षमता करोड़ों गरीब किसानों के लिए लाभ है। 46 लाख बेटियों को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ मिला है। उज्जैन में महाकाल महालोक बना है। भोपाल इंदौर में मेट्रो रेल शुरू की है। मेडिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में शुरू की है। पेसा कानून बनाया है।

हमने स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय शुरू किया है। अमृत सरोवर का निर्माण किया है। 15 माह की सरकार में कांग्रेस ने क्या किया। इसका बंटाधार और कमलनाथ को जवाब देना चाहिए। गरीब कल्याण के पूरे मूवमेंट को लगड़ा और अपाहिज कर दिया। 600 करोड़ के इफ्को घोटाले में वे जुड़े हुए है। 800 से ज्यादा ट्रांसफर कर के ट्रांसफर इंडस्ट्री लगाने का काम किया।

मोदी के नेतृत्व में आज भारत कई क्षेत्रों में नंबर 1 पर पहुंच गया है। आप सब के माध्यम से मैं 9 करोड़ की आबादी से आपके आशीर्वाद की अपेक्षा करता हूं। यहां गांव कस्बे तक हमारा संगठन फैला है। ये भी आपके आशीर्वाद के बगैर संभव नहीं है। अमित शाह ने केंद्र में कांग्रेस की सरकार के 24 घोटाले गिनाएं और कांग्रेस से जवाब मांगा।

भाजपा की केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाई। शाह ने कहा की प्रदेश की जनता को निर्णय लेना है कि देश को विकसित होने वाली सूची में शामिल होना है या घोटाले वाली सूची में शामिल होना है। मैं प्रदेश की जनता से अपील करता हूं कि आप मोदी की महान विकास यात्रा में सहयोग करें। हम चाहते है की चुनाव विकाश और गरीब कल्याण के मुद्दे पर हो।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया।

सवाल: आपने सिर्फ विकास पर बात की, ये मानें कि 2023 और 2024 के चुनाव में आप इसी मुद्दे पर आएंगे?

शाह का जवाब: हम चाहते हैं कि चुनाव विकास के मुद्दे पर हों। कांग्रेस की परंपरा जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टीकरण के आधार पर चुनाव को घसीटकर ले जाना। मोदी ने पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस की नई परंपरा शुरू की है। हमने हमारे सारे एजेंडे को भी समाप्त किया है। धारा 370 को भी समाप्त किया है। राम मंदिर का निर्माण भी तेसे हो रहा है। यहां महाकाल लोक भी बना है। हम जरूर चाहेंगे कि चुनाव डेवलपमेंट और गरीब कल्याण के मुद्दे पर हो।

सवाल: 15 महीने की कमलनाथ सरकार का जिक्र किया? क्या इनका काम भाजपा के लिए चुनौती है? 15 महीने के काम का पार्टी आरोप पत्र जारी करेगी?

शाह का जवाब: मैंने आज आरोप लगा ही दिए हैं। जवाब देना चाहिए उनको। इन्हें मध्य प्रदेश की जनता के सामने आना चाहिए। हिम्मत हैं तो जवाब दें।

सवाल: आपने मध्यप्रदेश के सीएम को मेहनती कहा। अगले चुनाव में बहुमत मिलता है तो शिवराज मुख्यमंत्री होंगे?

शाह का जवाब: शिवराज तो मुख्यमंत्री हैं ही। पार्टी का काम है, पार्टी ही तय करेगी।

सवाल: भाजपा में परिवारवाद पर क्या कहना है?

शाह का जवाब: परिवारवाद की जब हम बात करते हैं तो पार्टी की मिल्कियत की बात करते हैं। आप क्या कह सकते हैं कि भाजपा मध्यप्रदेश की मिल्कियत कोई परिवार की है। आप मुझे बताइए, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव गुट) … मैं नेताओं के नाम नहीं लेना चाहता। परिवारवाद का मतलब है सरकार और शासन में एक ही परिवार के व्यक्ति आएंगे। कहीं इक्का-दुक्का किसी के परिवार को योग्यता के आधार पर टिकट दिया, ये परिवारवाद का मुद्दा डाइल्यूट करना है। परिवारवाद मतलब- पार्टी की मिल्कियत, सत्ता की मिल्कितय एक परिवार के हाथ में रहना।

सवाल: कर्नाटक और हिमाचल में आप अपने मुद्दे लेकर गए थे, वहां सरकार नहीं बनी, ऐसा क्या है कि एमपी की जनता इन मुद्दों को मानकर यहां भाजपा की सरकार बनाएगी?

शाह का जवाब: हम मणिपुर में, आसाम, उत्तर प्रदेश में दो बार जीते। पंचायत से पार्लियामेंट तक जीत का सबसे ज्यादा अच्छा रिकॉर्ड भाजपा का है। दो बार पूर्ण बहुमत की सरकार हमने बनाई।

सवाल: आपने कई मुफ्त की घोषणाएं कीं, इन्हें कैसे लागू करेंगे, बजट का क्या प्रावधान है, ऐसा क्या करेंगे कि प्रदेश की जनता पर प्रभाव नहीं पड़े?

शाह का जवाब: हमने ये घोषणाएं चुनाव के समय नहीं कीं। हर घर में शौचायल 2015 में आई, 2020 में हर घर नल आई, हमारी योजनाएं और चुनाव का संबंध नहीं है। रही बात गरीब को रेवड़ी बांटने वाली बात की तो गरीब को भी समझ है कि मोदी ने एक लाख का घर दिया और कोई 200 रुपए का बिल माफ करेगा तो वह एक लाख का घर भूलकर 200 रुपए बिल माफी पर वोट नहीं करेगा। हमारा विश्वास गरीब को गरीबी से बाहर निकालना और उसकी आय बढ़ाना है।

सवाल: कांग्रेस का कहना है कि मध्यप्रदेश सरकार पर आज कई गुना कर्ज है?

शाह का जवाब: बजट के अनुपात में हमारा कर्ज कम है। बजट बढ़ता है तो कर्जा लेने की क्षमता बढ़ती है, यह अर्थतंत्र का सिद्धांत है।

सवाल: आपने कहा कि शिवराज के शासनकाल में विकास की गंगा बह गई। इस आधार पर कितने वोट मिलेंगे आपको?

शाह का जवाब: इसका जवाब तो कोई ज्योतिष ही दे सकता है।

सवाल: 2018 के चुनाव में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ा, लेकिन सीट घटी, उस समय क्या कमी रही, जो 2023 में पूरी हो गई है?

शाह का जवाब: 2015 से कांग्रेस ने सोची-समझी रणनीति के तहत गुजरात, एमपी, राजस्थान और कई राज्यों में जाति के आंदोलन खड़े किए। जातिवाद का जहर जनता में घोलने का प्रयास किया। 2018 का चुनाव जातिवाद के घोले हुए जहर की परछाई में हुआ, फिर भी हमें कांग्रेस से 1 लाख वोट ज्यादा मिले। इस बार उनके 15 महीने का शासन भी देख लिया है। हम बहुत बढ़े बहुमत के साथ हम सरकार बनाने जा रहे हैं।

गरीब कल्याण महाअभियान के शुभारंभ कार्यक्रम में 20 वर्षों की उपलब्धियों की लघु फिल्म दिखाई गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में किए गए विकास कार्यों की जानकारी फिल्म के माध्यम से दी गई।
दिग्विजय सिंह के कार्यकाल 2001 और 2002 में सड़कों की बदहाली, बिजली कटौती और सिमी नेटवर्क और नक्सलवाद की समस्या और शिवराज सरकार के कार्यकाल और योजनाओं की उपलब्धि पर आधारित लघु फिल्म दिखाई गई। इसमें सड़कों के नेटवर्क, सिमी और नक्सलवाद का सफाया, लाडली लक्ष्मी, किसानों का फसल बीमा योजना समेत कर काम गिनाए गए। इसके साथ ही केंद्र सरकार के नौ वर्षों के कार्यकाल पर भी आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।

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