गोरखपुर, 05 अप्रैल (आरएनएस)। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनता की समस्याओं को गंभीरतापूर्वक अपने कार्यालयों में सुने। उनका निस्तारण गुणवत्तापूर्ण एवं निर्धारित अवधि में कराएं। किसी भी स्तर पर लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। जमीन संबंधी मामलों के निस्तारण में पुलिस का भी सहयोग लिया जाए। टाल-मटोल वाला रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे मामले जिनका निस्तारण शासन स्तर पर ही किया जा सकता है.
उन्हें निस्तारण के लिए लखनऊ भेजे।सीएम योगी आदित्यनाथ आज मंगलवार को गोरखनाथ मंदिर के हिन्दूसेवाश्रम में जनता दर्शन कर रहे थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन के इस कार्यक्रम की पुन: शुरूआत सोमवार को 5 कालीदास मार्ग से की है। इसके साथ ही हर शिकायत को पोर्टल पर दर्ज कर अधिकतम एक माह में निस्तरण की व्यवस्था तय कर दी गई है। यही नहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि जिन जिलों और विभागों से संबंधित शिकायतें ज्यादा आएंगी, वहां के अधिकारी जिम्मेदार होंगे।
नौकरशाही पर नकेल कसने के लिए कार्रवाई का चाबुक हाथ में उठा चुके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दूसरे कार्यकाल में जन शिकायतों एवं भ्रष्टाचार के मामले में दो जिलाधिकारी, एक एसएसपी और एक एसडीएम को अब तक निलंबित कर चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को जनता दर्शन में पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि थाने में आने वाली शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण समाधान सुनिश्चित कराएं। खास और जमीन एवं राजस्व संबंधी मामलों के निस्तारण में विशेष ध्यान दिया जाए। जहां पुलिस बल की आवश्यकता हो, उपलब्ध कराया जाए।विधानसभा चुनाव जनता दर्शन का क्रम टूट गया था।
मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगमन की सूचना पर 95 महिला-पुरुष जनता दर्शन में अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। सीएम योगी आदित्यनाथ एक-एक कर सभी के पास गए और उनकी समस्याओं का समाधान किया। जनता दर्शन में कमिश्नर रवि कुमार एनजी, डीएम विजय किरण आनंद, डीआईजी जे रविंद्र गौड़, एसएसपी डॉ विपिन ताड़ा, मंदिर कैंप कार्यालय के प्रभारी मोतीलाल सिंह मौजूद रहे।
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