*सीएम ने बोला भाजपा, माकपा व आईएसएफ पर भी हमला*
कोलकाता 03 जुलाई ,(एजेंसी)। राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने आज दावा किया कि 30 सेकेंड और देर हो जाता तो मेरा हेलिकॉप्टर क्रैश हो जाता। तृणमूल प्रमुख ने यह भी कहा कि अभी भी वह प्रत्येक दिन चार घंटे थेरेपी ले रही हैं। उनके कमर और घुटने में दर्द है। चोट के कारण ममता बनर्जी आज बीरभूम के दुबराजपुर की बैठक में नहीं जा सकी। इसके बजाय उन्होंने उस मीटिंग में वर्चुअली संदेश दिया। साथ ही अपने स्वास्थ्य के बारे में लोगों की जानकारी दी। सीएम ने कहा कि वह अब ठीक हैं। पैर और पीठ की चोट से उबरने के बाद वह जल्द ही मैदान पर वापसी करेंगी।
सीएम ममता ने कहा कि इस दौरान हेलिकॉप्टर में वह मर भी सकती थीं लेकिन ऐसे भी लोग हैं जो उनके बारे में इस हालात में भी गलत प्रचार कर रहें हैं। मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए आईएसएफ की भी आलोचना की और कहा कि, ‘कुछ अल्पसंख्यक अलग-अलग इलाकों में सांप्रदायिक प्रचार कर रहे हैं। याद रखें कि वामपंथी-राम-श्याम भाजपा एकजुट हैं। माकपाईयों ने एक के बाद एक सामूहिक हत्याएं, अत्याचार किए हैं।’ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने अपनी विभाजनकारी राजनीति के माध्यम से कश्मीर और मणिपुर को बर्बाद कर दिया है।
इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर बंगाल में अलगाववादी समूहों को भड़काने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपने राजनीतिक लाभ के लिए राज्य को विभाजित करने का प्रयास कर रही है। ममता ने बीरभूम जिले के दुबराजपुर में एक पंचायत चुनाव रैली को वर्चुअली संबोधित करते हुए उक्त बात कही। उन्होंने कहा कि, हम विभाजन की अनुमति नहीं देंगे राज्य और ऐसी ताकतों को हराएं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की नीतियों ने मणिपुर में विनाश ला दिया है, जो एक महीने से अधिक समय से हिंसा की चपेट में है और 100 से अधिक लोगों की जान ले चुका है।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि केंद्र ने 11.36 लाख लाभार्थियों की मनरेगा योजना के तहत राज्य को आवंटित धनराशि रोक दी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र ने आवास योजना और 100-दिवसीय कार्य योजना के तहत धन रोक दिया है। यह धनराशि भाजपा या केंद्र की नहीं है; यह हमारा पैसा है जिसे केंद्र सरकार करों के रूप में काटती है और हमें लौटाना होता है।
लेकिन उन्होंने बंगाल के लिए फंड रोक दिया है। बनर्जी ने मनरेगा और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के लिए राज्य को धन जारी नहीं करने के केंद्र के कथित कदम के खिलाफ मार्च में दो दिवसीय धरना प्रदर्शन किया था। राज्य का त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 8 जुलाई को होना है।
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