जम्मू ,23 जून (एजेंसी)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया और इस अवसर पर जम्मू में भगवती नगर में जेडीए मैदान पर आयोजित एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कई विषयों पर विस्तार से चर्चा की। शाह ने 84 करोड़ रुपये की तीन परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत 41 जल सप्लाई योजनाओं, 920.72 किलोमीटर लंबाई की 128 सड़कों तथा दस पावर डिस्ट्रीब्यूशन एवं ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट का ई-नींव पत्थर रखी। इतना ही नहीं, उन्होंने 14 शहरी विकास योजनाओं, 269.41 किलोमीटर लंबी 48 सड़कों, आठ पुलों तथा दस ट्रांसमिशन व डिस्ट्रीब्यूशन प्रोजेक्ट का ई-उद्घाटन भी किया। अमित शाह ने कहा कि पूरा देश जानता है कि आज पश्चिम बंगाल देश के साथ जुड़ा हुआ है तो डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के कारण ही जुड़ा हुआ है।
देश जानता है कि आज जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, आज यदि धारा 370 का उन्मूलन हुआ है तो इसका एक कारण डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी का बलिदान एवं उनका हौंसला और संकल्प है। कालजयी व्यक्तित्व के धनी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने देश के लिए पंडित नेहरू की सरकार से इस्तीफा दिया। जब देश में धारा 370 को लगाया गया तो उन्होंने इसका पुरजोर विरोध किया और नारा दिया कि एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान – नहीं चलेगा, नहीं चलेगा। वे धारा 370 का विरोध करते हुए सत्याग्रह करते-करते जम्मू-कश्मीर पहुंचे जहाँ परमिट का बहाना बना कर इन्हें धोखे से गिरफ्तार कर लिया गया और उनकी निर्मम हत्या कर दी गई।
आज उनका बलिदान दिवस है। मैं जानता हूँ कि उनकी आत्मा आज जहाँ भी होगी, बड़े सुकून के साथ होगी क्योंकि 05 अगस्त 2019 को आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने धारा 370 को धराशायी कर दिया। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित प्रेमनाथ डोगरा जी, दोनों ने जम्मू-कश्मीर को भारत माता का मुकुट मणि बनाने में अमूल्य योगदान दिया है। इसके लिए न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरा देश इन दोनों मनीषियों का ऋणी रहेगा।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार के 9 सफल वर्ष पूरे हुए हैं। इस उपलक्ष्य में भारतीय जनता पार्टी एक महा जनसम्पर्क अभियान चला रही है। बीते 9 वर्षों में देश कहाँ से कहाँ पहुंचा है और विकास की जो कहानी लिखी गई है, इसके बारे में हम जन-जन तक पहुंचा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 लाख करोड़ रुपये का घपले-घोटाले करने वाली कांग्रेस सरकार की जगह एक ऐसी सरकार चलाई जिस पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा सकता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भ्रष्टाचार को हमेशा के लिए तिलांजलि देने की शुरुआत हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश का गौरव बढ़ाया है, देश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने देश के लगभग 60 करोड़ गरीबों के जीवन में ढेर सारी सुविधाएं दी हैं जिसकी राह वे आजादी के 70 सालों से देख रहे थे। शाह ने कहा कि देश भर में पीएम आयुष्मान भारत का लाभ केवल गरीबों को मिलता है लेकिन धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के सभी लोगों को आयुष्मान भारत का लाभ मिलना शुरू हो गया है।
धारा 370 के कारण जम्मू-कश्मीर का विकास नहीं हो पाया। इसके कारण जम्मू-कश्मीर के लगभग 42 हजार लोग आतंकवाद की भेंट चढ़ गए। आखिर इसका जिम्मेदार कौन है? आजादी के बाद से जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस, अब्दुल्ला और मुफ़्ती – इन तीन परिवारों ने ही शासन किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद पर संपूर्ण नकेल कसने का काम हुआ है।अमित शाह ने कहा कि धारा 370 न जाती तो गुज्जर और बकरवाल को आरक्षण का फायदा नहीं मिलता, दलित एवं आदिवासियों तथा महिलाओं को आरक्षण का फायदा नहीं मिलता। धारा 370 हटने के कारण सारे पिछड़े और वंचितों को आरक्षण का फायदा मिलना शुरू हुआ।
पहले से मिल रहे किसी के भी आरक्षण में कटौती नहीं होगी।धारा 370 के उन्मूलन के पश्चात जम्मू-कश्मीर में आये बदलाव को रेखांकित करते हुए श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार के 10 वर्षों में जम्मू-कश्मीर में लगभग 7,327 आतंकी घटनाएं हुई जबकि श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के 9 वर्षों में केवल 2,350 आतंकी घटनाएं ही हुई। मतलब, जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में लगभग 70 प्रतिशत की कमी आई है। कांग्रेस की यूपीए सरकार में लगभग 2,056 नागरिकों की मौत हुई जबकि बीते 9 सालों में केवल 377 नागरिकों ने अपनी जान गंवाई है।
हम इस पर लगातार काम कर रहे हैं। धारा 370 के हटने के बाद के 47 महीने में हड़ताल और बंद के केवल 32 कॉल आये हैं। पत्थरबाजी की घटनाओं में लगभग 90 प्रतिशत की कमी आई है।अमित शाह ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर में विकास के लिए इंडस्ट्रियल पॉलिसी लेकर आये। बीते 9 वर्षों में जम्मू-कश्मीर में पर्यटक बढ़ते-बढ़ते 1.88 लाख हो गए। 2014 तक जम्मू-कश्मीर में नौकरियों की भारी किल्लत थी। हमने पारदर्शिता के साथ 28 हजार नौकरी दी, लगभग 51 हजार यूनिट सेल्फ एम्प्लॉयमेंट के स्थापित किये और मिशन यूथ के तहत लगभग 70 हजार युवाओं को आजीविका देने का काम नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया।
लगभग 28,400 करोड़ रुपये का इंडस्ट्रियल पैकेज देने का काम भी मोदी सरकार ने किया। शाह ने कहा कि जिन युवाओं के हाथ में एक समय में पत्थर होते थे, आज उन्हीं हाथों में लैपटॉप देकर हमें आनंद की अनुभूति होती है। कंकड़ की जगह किताब – ये युवा देश के भविष्य को संवारने वाले हैं। पहले उनके भविष्य पर ब्लैक स्टॉप होता था, अब वे ब्लैक बोर्ड पर खुद अपना भविष्य लिख रहे हैं।अमित शाह ने कहा कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर में त्र-20 का सम्मलेन हुआ। कुछ पार्टियों ने पाकिस्तान के साथ आवाज मिलाकर इसका विरोध करने का काम किया लेकिन मैं यहाँ के नागरिकों, सुरक्षा बलों और श्री मनोज सिन्हा जी को बधाई देना चाहता हूँ कि एक भी विघ्न के बगैर इतने वैश्विक लीडर जम्मू-कश्मीर के लिए टूरिज्म का संदेश लेकर गए।
इस बैठक से जम्मू-कश्मीर में जो हालात सुधरे हैं, इसका संदेश दुनिया भर में पहुंचाने का काम हुआ है। शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पंचायती राज में पहले भ्रष्टाचार के साथ-साथ केवल तीन परिवार के नुमाइंदे ही दिखाई दते थे। आज लगभग 32 हजार नवनिर्वाचित पंच, सरपंच, तहसील पंचायत और जिला पंचायत के सदस्य जम्मू-कश्मीर को आगे लेकर जा रहे हैं।
अमित शाह ने कहा कि आजादी के 70 साल में जम्मू-कश्मीर में केवल 4 मेडिकल कॉलेज बने जबकि श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के 9 सालों में 9 मेडिकल कॉलेज बने। नरेन्द्र मोदी सरकार में जम्मू-कश्मीर में 15 नए नर्सिंग कॉलेज बने। पहले जम्मू-कश्मीर में केवल 500 मेडिकल सीटें होती थी, अब एमबीबीएस की लगभग 600 नई सीटें जोड़ी गई है।
पहले जम्मू-कश्मीर में डिग्री कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या 96 थी, अब यह बढ़ कर 147 हो गई है। जम्मू-कश्मीर को आईआईटी और आईआईएम दिया गया है लेकिन इन्हें केवल विरोध की ही राजनीति करनी है।
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