नई दिल्ली , 08 अप्रैल (एजेंसी)। कांग्रेस पार्टी को दक्षिण भारत में एक और बड़ा झटका लगा क्योंकि कांग्रेस के दिग्गज नेता और देश के पहले भारतीय गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी के परपोते सीआर केशवन भारतीय जनता पार्टी में हुए शामिल। भारतीय जनता पार्टी दक्षिण भारत में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए संगठन को मजबूत बना रही है।
कांग्रेस के दक्षिण भारत में कद्दावर नेता एक के बाद एक भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले रहे हैं। वही भारतीय जनता पार्टी दक्षिण भारत में बड़े-बड़े नेताओं के आने के बाद और भी मजबूत होती जा रही है। सीआर केशवन को केंद्रीय मंत्री जनरल बीके सिंह ने सदस्यता दिलाई। जनरल वीके सिंह ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है की सी राजगोपालाचारी के परपोते ने देश सेवा के लिए भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर काम करने का निर्णय लिया है।
जनरल वीके सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में जो विकास हो रहे हैं उससे प्रभावित होकर सीआर केशवन ने भारतीय जनता पार्टी में आने का निर्णय लिया। सीआर केशवन ने 2001 में कांग्रेस की सदस्यता ली थी। इस दौरान वह राजीव गांधी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ यूथ डेवलेपमेंट के उपाध्यक्ष पद पर भी रहे है। सीआर केशवन नेपिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना त्यागपत्र दे दिया था।
कांग्रेस से इस्तीफे में सीआर केशवन ने लिखा कि वह पार्टी के लिए बीते दो दशकों से काम कर रहे थे, लेकिन अब उन मूल्यों की कांग्रेस पार्टी में कमी आई है, जो उन्हें पहले कांग्रेस पार्टी के लिए काम करने के लिए प्रेरित करते थे। केशवन ने लिखा कि पार्टी जो मौजूदा वक्त में दिख रही है, उसके साथ वह सहज महसूस नहीं कर रहा था।
केसवन ने कहा कि जब द्रौपदी मुर्मू जी के नाम का एलान किया गया था, तब एक वरिष्ठ कमेटी सदस्य ने कहा था कि वह दुष्ट दर्शन का प्रतिनिधित्व करती हैं। एक अन्य नेता ने कहा था कि किसी भी देश को ऐसा राष्ट्रपति नहीं मिलना चाहिए।
एक अन्य वरिष्ठ नेता ने सर्जिकल स्ट्राइल के सबूत मांगे, जो कि दिल तोड़ने वाला था। मुझे अहसास हुआ कि मेरा राजनीति का तरीका पार्टी के तरीके के समान नहीं था इसलिए मैं भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल नहीं हुआ। मुझे लगता है कि मेरा यहां से अब कोई नाता नहीं रहा।
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