नई दिल्ली, 11 मार्च (एजेंसी)। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ अनिल कुमार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के कथन कि ”हमें महिला सुरक्षा को जन आंदोलन बनाना पड़ेगा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि निर्भया हत्याकांड का सहारा लेकर सत्ता में आने पर दिल्ली में महिला सुरक्षा का आश्वासन देने वाले अरविन्द केजरीवाल ने पिछले 9 वर्षों में महिला सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण के लिए कुछ नही किया है।
इनके कार्यकाल में महिला उत्पीडऩ, छेड़छाड़, यौन शोषण, छीना छपटी और घरेलू हिंसा के इतने अधिक मामले बड़े है जिसका पुलिस विभाग साक्षी है। केजरीवाल शासन में महिलाऐं असुरक्षित महसूस करती है। अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल द्वारा महिलाओं को सम्मान देना केवल दिखावा है। केजरीवाल का कथन कि ”आज भी परिवार में लड़कियों को अहमियत नही मिलती है से साफ उजागर होता है कि अपने कार्यकाल में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में लड़कियों की शिक्षा और व्यक्तित्व विकास और आजादी के लिए कोई सकारात्मक कदम नही उठाए हैं।
जिसके कारण केजरीवाल लड़के और लड़कियों में शिक्षा के भेदभाव का बयान ऐसे मंच पर देते है जहां महिलाओं का सम्मान हो रहा हो, पूरी तरह असंतोषजनक है। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा पर असंवेदनशील रवैया अपनाते हुए हर दुर्घटना पर केन्द्र सरकार पर आरोप लगाने वाले केजरीवाल ने दिल्ली में कांग्रेस सरकार द्वारा शुरु किया गया महिला सुरक्षा का हैल्पलाईन बंद कर दिया और लड़कियों के लिए लाड़ली योजना को खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि निर्भया कांड के बाद महिला सुरक्षा के लिए आवंटित 390 करोड़ की राशि का सिर्फ 5 प्रतिशत खर्च करना महिला सुरक्षा के प्रति केजरीवाल का असली चेहरा उजागर करता है।
अनिल कुमार ने कहा कि 9 वर्षों के मंत्रीमंडल में केजरीवाल ने 49 दिन की सरकार में राखी बिड़लान को मंत्री बनाने के बाद किसी महिला को मंत्री नही बनाया था। मनीष सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन के जेल में होने पर आतिशी को मजबूरन मंत्री बनाया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के दो मंत्री सोमनाथ भारती और संदीप कुमार को घरेलू हिंसा के कारण मंत्री पद छोडऩा पड़ जबकि मनोज कुमार और अमनातुल्लाह खान पर भी घरेलू हिंसा और महिला उत्पीडऩ के आरोप साबित हुए हैं।
अरविन्द केजरीवाल महिला उत्थान और सुरक्षा का बखान करने से पहले अपनी पार्टी के नेताओं को महिला सम्मान को पाठ पढ़ाऐं। अनिल कुमार ने कहा कि जिन स्कूलों के अच्छे होने का बखान केजरीवाल कर रहे हैं, उस शिक्षा पद्धति का परिणाम शिक्षा-शराब मंत्री जेल में हैं। दिल्ली सरकार के स्कूलों में शिक्षा का 4 हिस्सों में वर्गीकरण करके छात्र वर्गों में बट गए हैं केवल 10 प्रतिशत छात्र ही भविष्य में कुछ करने की राह पर है परंतु सरकारी स्कूलों टीचरों की कमी के कारण उनकी भी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर निचले पायदान पर पहुच चुका है। अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार सीसीटीवी कैमरे, बसों में मार्शल व महिला सशक्तिकरण की दिशा में पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी घोटाला दिल्ली की जनता के सामने है।
सीसीटीवी कैमरों के खराब और सड़को पर पर्याप्त लाईट के खम्बे नही होने के कारण महिलाओं के साथ अपराध अधिक बढ़े है, जिस पर केजरीवाल के पास कोई जवाब नही है।
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