भोपाल,02 फरवरी (एजेंसी)। इसमें कोई शक नहीं कि राहुल गांधी की यात्रा में जबरदस्त जनसैलाब उमड़ा है। उन्हें सभी वर्गों का समर्थन मिला है। लेकिन कांग्रेस इसका लाभ उठाने की स्थिति में इसलिए नहीं है, क्योंकि उसके नेताओं ने विवाद बयान देकर यात्रा का असर लगभग वाश आउट कर दिया है।
तमिलनाडु में भारत माता के खिलाफ लगातार बोलने वाले ईसाई धार्मिक नेता के पोस्टर राहुल गांधी के साथ लागए गए। कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जारकीहोली के बयान पर सबवाल मचा है। 60 वर्षीय सतीश जारकीहोली ने कहा कहा कि हिंदू शब्द की उत्पत्ति फारसी से हुई थी और इस मूल शब्द का बहुत बुरा मतलब था।
उन्होंने यहां तक कहा कि हिंदू का जो मतलब है वह इतना शर्मनाक है कि प्रत्येक हिंदू का सिर शर्म से झुक जाएगा। उनके बयान से इतना विवाद हुआ कि कांग्रेस को पल्ला झाडऩा पड़ा। पार्टी के महासचिव रणदीव सुरजेवाला ने कहा कि कर्नाटक के नेता का बयान अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और पार्टी इससे सहमत नहीं है।
राहुल गांधी की तुलना कई कांग्रेसियों ने भगवान राम से की इसमें भी विवाद हुआ। केरल में राहुल गांधी की यात्रा के समय नेताओं ने भाषण दिए कि देश को अब संघ मुक्त करने की जरूरत है, क्योंकि संघ देशद्रोही संगठन है। राहुल गांधी ने खुद दक्षिण भ्ज्ञारत के अनेक बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर कठोर प्रहार किया इससे संघ परिवार को एकजुट होने में मदद मिली और वह सक्रिय रूप से भाजपा के पक्ष में खड़ा हो गया है।
इसका असर आने वाले चुनाव में देखने को मिलेगा। महाराष्ट्र मं सावरकर को लेकर रहाुल गांधी ने जो कुछ कहा उससे भी बड़ा विवाद हुआ। इस विवाद के कारण कांग्रेस को महाराष्ट्र में नुकसान हुआ है।
तवांग के घटनाक्रम में राहुल ने जिस तरह से सेना का अपमान किया और कहा कि हमारे सैथ्रक रोज पिट रहे हैं इससे भी यात्रा का मकसद भटका हुआ प्रतीत हुआ।
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