कोडागु 14 Jan (एजेंसी): पशु प्रेमियों और वन्य कार्यकर्ताओं ने राज्य के मडिकेरी जिले के कुशलनगर के पास एक जंगली हाथी को पकड़ने के अभियान के दौरान हुई उसकी मौत पर चिंता जताई है। घटना शुक्रवार को अत्तूर-नल्लूर गांव में मीनुकोल्ली वन क्षेत्र के पास हुई थी। हाथी 20 साल का था। एनेस्थीसिया की गोली लगने के बाद हाथी कॉफी बागान में दौड़ने लगा और 35 फीट ऊपर से सीमेंट के फर्श पर गिरकर मर गया।
अधिकारियों ने पुष्टि की है कि हाथी की मौत आंतरिक चोटों से हुई है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। उच्चाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मौका मुआयना किया है।
वन विभाग ने रिहायशी इलाकों में भटक कर जान-माल को खतरा पैदा करने वाले हाथियों को पकड़ने के लिए एक विशेष अभियान चलाया है। हालांकि हाथियों ने फसलों और खेतों को नष्ट कर दिया, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे पकड़ने के दौरान हुई उसकी मौत पर आपत्ति जताई।
हाथी को पकड़ने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम के साथ तीन पालतू हाथियों का इस्तेमाल किया गया था।
वन्यजीव कार्यकर्ताओं के अनुसार हाथी की मौत एनेस्थेटिक दवा की उच्च खुराक देने के कारण हुई। पशु प्रेमियों ने सोशल मीडिया पर चिंता जताई है और कहा है कि हाथियों को करंट लगाकर व गड्ढों में गिराकर मारा जा रहा है। उन्होंने वन विभाग से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि जंगली जानवरों को पकड़ने के दौरान उन्हें कोई नुकसान न हो।
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