नई दिल्ली, 08 दिसंबर (एजेंसी)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनने पर सभी देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि आपकी छोटी सी आम आदमी पार्टी सिर्फ 10 साल में आज राष्ट्रीय पार्टी बन गई है। देश में चंद पार्टियों को ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा है, उनमें अब आपकी आम आदमी पार्टी भी शामिल हो गई है। गुजरात की जनता ने “आप” को राष्ट्रीय पार्टी बना दिया है।
गुजरात बीजेपी का गढ़ माना जाता है। हम उसका किला भेदने में सफल हुए और हमें 13 फीसद के करीब वोट मिले हैं। इस बार हम किला भेदने में सफल हुए, अगली बार इस किले को जीतने में भी सफल होंगे। महज 10 साल पहले “आप” बनी थी। आज दो राज्यों में सरकार है और अब राष्ट्रीय पार्टी भी बन गई है, यह सुन लोग दांतों तले उंगली दबा लेते हैं। “आप” के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने पूरा कैंपेन बहुत पॉजिटिव चलाया। हमने केवल दिल्ली-पंजाब में किए अपने काम की चर्चा की और यही हमें दूसरी पार्टियों से अलग करता है। 75 साल से देश में गाली-गलौज, मारपीट और जाति-धर्म की राजनीति ही चलती रही है।
पहली बार एक पार्टी आई है जो जनता के मुद्दों, विकास और देश को नंबर-1 बनाने की बात करती है। अरविंद केजरीवाल ने “आप” को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल होने पर सभी समर्थकों और देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि आपकी आम आदमी पार्टी आज राष्ट्रीय पार्टी बन गई है। आज गुजरात चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और गुजरात के लोगों ने आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बना दिया है। जितने वोट गुजरात में आम आदमी पार्टी को मिले हैं, उनके हिसाब से अब कानूनन आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन गई है।
ये बहुत बड़ी बात है। देश में चंद पार्टियां हैं, जिनको राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा है। उन चंद पार्टियों में अब आपकी आम आदमी पार्टी भी शामिल हो गई है। महज 10 साल पहले आम आदमी पार्टी बनी थी। छोटी सी पार्टी, एक जवान पार्टी, जिसको अभी केवल 10 साल हुए है। उसकी दो राज्यों में सरकार है और आज राष्ट्रीय पार्टी बन गई है, लोग जब यह सुनते है तो अपने दांतों तले उंगली दबा लेते हैं। एक तरह से आप सब लोगों की एक बहुत आश्चर्यजनक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि मैं जितनी बार चुनाव के दौरान गुजरात आया, आपसे जो प्यार, सम्मान और विश्वास मिला, उसका मैं पूरी जिंदगी आभारी रहूंगा।
आप सभी लोगों का बहुत-बहुत ऋणी रहूंगा। मुझे बहुत कुछ सिखने को मिला। गुजरात एक तरह से बीजेपी का गढ़ माना जाता है। उस किले को भेदने में हम सफल हुए। आज हमें लगभग 13 फीसद के करीब वोट मिला है। अभी तक 39 लाख के करीब वोट मिल चुके हैं, अभी और भी गिनती जारी है औऱ भी वोट मिलेंगे। इतने लोगों ने हमारे ऊपर भरोसा किया। इतने लोगों ने पहली बार हमें वोट दिया। इसके लिए मैं उन सभी लोगों का आभारी हूं, जिन्होंने इतना प्रेम दिया।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस बार हम भाजपा का किला भेदने में सफल हुए, आप सभी के आशीर्वाद से अगली बार हम सभी लोग मिलकर किला जीतने में भी सफल होंगे। हमने पूरा कैंपेन बहुत पॉजिटिव चलाया। कोई गाली गलौज नहीं किया, किसी को हमने भद्दी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया, किसी के खिलाफ हम नहीं बोले। हमने केवल यह कहा कि हमने दिल्ली और पंजाब में बहुत काम किया है और अगर गुजरात में मौका मिला तो हम ये सारे काम करेंगे।
हमने केवल अपने काम की चर्चा की। यही चीज हमें दूसरी पार्टियों से अलग करती है। अभी तक 75 साल से इस देश के अंदर गाली-गलौज, मारपीट और जाति-धर्म की राजनीत, यही सब चलता था। पहली बार एक पार्टी आई है जो जनता के मुद्दों की बात करती है। देश को नंबर-1 बनाने की बात करती है।
देश को आगे बढ़ाने व देश के विकास की बात करती है। स्कूल, अस्पताल, बिजली, पानी, सड़क, जिसका रोजमर्रा की जिंदगी में एक आम आदमी का वास्ता पड़ता है, उन मुद्दों की बात करती है। हमें पॉजिटिव राजनीति करनी है। हम शरीफ और ईमानदार और देशभक्त लोग हैं। यही पहचान हमें अपनी आगे भी बनाकर रखनी है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुजरात के लोगों ने इतना प्यार और मोहब्बत दी। इसके लिए मैं पुनः बहुत-बहुत शुक्रिया यदा करता हूं।
सभी देशवासियों और सभी कार्यकर्ताओं को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय पार्टी बनने पर बहुत-बहुत बधाई। जितने गुजरात में कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने इतनी मेहनत की, इतना शानदार कैंपेन किया, रात-दिन मेहनत की, उन सभी लोगों को मैं बधाई देना चाहता हूं। थोड़े दिन आराम कर लो, उसके बाद फिर से अपने को काम पर लगना है। चुनाव आते जाते रहेंगे। हम राजनीति में सेवा करने के लिए आए हैं। वो सेवा बंद नहीं होनी चाहिए।
ऐसा नहीं होना चाहिए कि अब चुनाव हो गया और अब हम अपने घर चले जाए। अपने लोगों की सेवा करो, अपने समाज की सेवा करो, अपने गांव की सेवा करो, अपने मोहल्ले की सेवा करो। कहीं भी कोई दुखी हो, चाहे वो किसी भी पार्टी का हो, उसकी हमें सेवा करनी है। चाहे वोट मिले या न मिले। अच्छा काम करोगे, तो वोट भी मिलेंगे। लेकिन केवल वोट के लिए काम नहीं करना है।
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